देहरादून: बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तराखंड सरकार के मदरसा सील करने के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे द्वेषपूर्ण और गैर-धर्मनिरपेक्ष बताया है। मायावती ने कांग्रेस नेता उदित राज की टिप्पणी पर भी पलटवार किया है। उन्होंने बसपा कार्यकर्ताओं से कांशीराम की जयंती मनाने का आह्वान किया है। उनकी यह टिप्पणी देहरादून जिले में 15 मदरसों को सील किए जाने के बाद आई है। जिला प्रशासन ने उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद से पंजीकरण के बिना चल रहे मदरसों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
उत्तराखंड में 15 मदरसों को सील करने के बाद मायावती ने सरकार की आलोचना की। उन्होंने इसे द्वेषपूर्ण और गैर-धर्मनिरपेक्ष कदम बताया। मायावती ने सरकार से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले फैसलों से बचने की अपील की। देहरादून जिले में यह कार्रवाई उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद से पंजीकरण के बिना चल रहे मदरसों पर हुई। मायावती ने ‘एक्स’ पर लिखा, “सरकार धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने वाली ऐसी द्वेषपूर्ण व गैर सेक्युलर कार्रवाईयों से जरूर बचे।”
कांग्रेस नेता उदित राज पर मायावती ने निशाना साधा
मायावती ने कांग्रेस नेता उदित राज पर भी निशाना साधा। उदित राज ने बसपा से निष्कासित आकाश आनंद और कांशीराम के आंदोलन से जुड़े लोगों को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता दिया था। उन्होंने कहा था कि संविधान बचाने की लड़ाई लड़नी चाहिए। उदित राज ने दावा किया था कि आकाश आनंद को दो बार बसपा का राष्ट्रीय समन्वयक बनाना और फिर निकालना दिखाता है कि बसपा भाजपा द्वारा संचालित है। मायावती ने बिना नाम लिए ‘एक्स’ पर लिखा, “बहुजन समाज के हितों के प्रति समर्पित संगठनों ने बसपा और उसकी मजबूत नेतृत्व क्षमता के खिलाफ एक घमंडी और अहंकारी कांग्रेस नेता की निराधार टिप्पणी की निंदा की है। लोगों को ऐसे तत्वों से सावधान रहना चाहिए।”
कार्यकर्ताओं से कांशीराम की जयंती मनाने का आह्वान
मायावती ने कार्यकर्ताओं से बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती 15 मार्च को मिशनरी भावना से मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं मान्यवर कांशीराम जी की जयंती 15 मार्च को पूर्ण मिशनरी भावना से मनाने की अपील करती हूं। इसी संबंध में मैंने आज सुबह लखनऊ में ‘बहुजन समाज प्रेरणा केंद्र’ और बसपा कार्यालय का दौरा किया। यह दौरा कांशीराम की जयंती की तैयारियों के सिलसिले में किया गया।
