देहरादून
देहरादून के हरिपुर कला क्षेत्र में इस तरह से गौ रक्षा गौ माता का सम्मान कैसे हो रहा है ये दिखाई दे रहा है और गांव में 30000 की आबादी वाला क्षेत्र है पढ़े लिखे समृद्ध लोग यहां पर निवास करते हैं लेकिन कूड़ा कूड़ेदान में ना डाल कर इस तरह से खाली प्लॉटों में डाल देते हैं और हरिपुर कला क्षेत्र में हर गली में इस तरह का कूड़ा फैला हुआ मिलेगा और जानवर इसी तरह से खाते हुए नजर आ जाएंगे।
स्वच्छ भारत अभियान जो चलाया गया यह उसकी जीता जागता तस्वीर है और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। वह लोग जिम्मेदार हैं जो डाल रहे हैं या प्रशासन जिम्मेदार है जिन्होंने इसको उठाने की व्यवस्था नहीं की। घरों से कूड़ा पैसे ले कर लिया जाता है या तो सभी घर को अनिवार्य कर दिया जाए कम से कम इतने पैसे दिए जाएं और कूड़ा उठाया जाए या फिर घरों से कूड़ा ना उठाकर इन क्षेत्रों से कूड़ा उठाया जाए।
स्वच्छ भारत अभियान चलाने का क्या फायदा हुआ करोड़ों रुपया स्वच्छ भारत अभियान के लिए आता है अब इस गांव में यदि कोई सर्वे करें स्वच्छ भारत अभियान चलाने वाले अधिकारी सर्वे करें तो पोल खुल कर सामने आ जाती है किस तरह से जानवर भी इसको खाकर बीमार पड़ रहे हैं, आम जनता भी बीमार पड़ सकती है हर गली में कूड़ा मिलेगा आपको हरिपुर कला क्षेत्र के अंदर फ्लाईओवर के बगल पर जो रास्ता घूमने के लिए बनाया गया है नीचे की तरफ उसमें भी आपको कूड़ा मिलेगा ।तो घूमने का क्या फायदा हुआ मेरा संबंधित सभी व्यक्तियों से है सवाल है क्या स्वच्छ भारत अभियान यही है ,कौन जिम्मेदार है इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा आने वाले समय पर स्वयं ही कदम उठाना पड़ेगा।
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