हरिद्वार
राजकुमार
यूं तो जिले लगातार घोटालों पर घोटाले हो रहे हैं यूकेएसएसएससी घोटाला’ कोरोना जांच घोटाला लाइब्रेरी घोटाला छात्रवृत्ति घोटाला और हाल ही में नंदा गौरा योजना में करोड़ों का घोटाला सामने आया है यह बड़ी मछलियां थी जो जाल में फंस गई और लगातार धरपकड़ का खेल भी चल रहा है लेकिन अभी तक शायद छोटी मछलियों पर सरकार की नजर नहीं है जो जाल में से
शुर्र र र र र र र र से निकल जाती हैं, छोटी मछली यानि छोटे-छोटे सरकारी विभाग जिन पर शायद सरकार की नजर नहीं है
आपको बता दे की उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार जिले में जैविक खेती करने वाले किसानों को अच्छी सुविधाएं दी है ताकि किसान अपने खेतों में ऑर्गेनिक खेती कर सके, सूत्र कहते हैं की जिले में सरकार ने जैविक खेती करने वाले किसानों को खेतों में दवाई छिड़काव के लिए निशुल्क स्प्रे मशीन की सुविधाएं उपलब्ध कराई है लेकिन विभाग ने तो कमाल ही कर दिया जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए खरीदी गई 1 स्प्रे मशीन की कीमत बाजार में मात्र रु2800/ है मगर विभाग ने एक मशीन की कीमत ₹6000/ दिखाकर सरकार से लाखों रुपए के बिल पास करवा लिए
तो है ना छोटी मछली बड़ी नटखट चतुर और किसी को पता भी नहीं चलने दिया
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“राजकुमार की कलम से”✍