मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की यह आखिरी बैठक रही। कैबिनेट बैठक में मौजूदा लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई। मौजूदा सरकार का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई। मौजूदा 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा था। बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लोकसभा भंग करने की सिफारिश करते हुए अपना और अन्य मंत्रियों का इस्तीफा सौंपा। जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूर कर लिया। साथ ही राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी से अगली सरकार के गठन तक बतौर कार्यकारी प्रधानमंत्री जिम्मेदारी संभालने की अपील की।

8 जून को हो सकता है नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लोकसभा चुनाव के नतीजों और भाजपा एनडीए द्वारा सदन में बहुमत हासिल करने के बाद संभावित सरकार गठन के मुद्दे पर चर्चा हई। बैठक सुबह 11.30 बजे प्रधानमंत्री आवास पर शुरू हुई थी। इस बैठक के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक भी हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 7 जून को संसदीय दल की बैठक होगी और अगले दिन यानी 8 जून को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।

गठबंधन की होगी देश की अगली सरकार
लोकसभा चुनाव के नतीजों का एलान हो चुका है और 543 लोकसभा सीटों में से 240 सीटों पर भाजपा और 99 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। भाजपा एनडीए गठबंधन को 292 और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। नतीजों से स्पष्ट है कि देश में अगली सरकार गठबंधन की होगी। सरकार गठन को लेकर बुधवार को एनडीए की बैठक होगी। वहीं विपक्षी इंडी गठबंधन भी आज बैठक करेगा। प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, लेकिन इस बार भाजपा को सरकार चलाने के लिए सहयोगी पार्टियों के समर्थन की जरूरत है। खासकर जदयू और तेदेपा का समर्थन जरूरी होगा। विपक्षी गठबंधन भी JDU और TDP को अपने पाले में खींचने की कोशिश कर सकता है। हालांकि दोनों ही पार्टियों ने साफ कर दिया है कि वह एनडीए को समर्थन देंगे, लेकिन इसके बावजूद विपक्षी गठबंधन अपनी कोशिशों में जुटा है।

 

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