हरिद्वार।
ऋषिकुल जम्बो वैक्सीनेशन साइट पर वैश्य बन्धु समाज के पदाधिकारियों ने कोरोना काल के प्रथम दिन से ही समर्पित भावना से उत्कृष्ट कार्य करने के लिये ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के शरीर रचना विभाग के विभागाध्यक्ष/रेडक्रॉस सचिव डा0 नरेश चौधरी को विशेष रूप से पगडी पहनाकर एवं प्रतीक चिहन देकर सम्मानित किया।
वैश्य बन्धु समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी अशोक अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल कीे प्रथम एवं द्वितीय लहर में खतरों के बीच रहकर जनसमाज को कोविड-19 से बचाव करनेे एवं कोविड-19 महाटीकाकरण अभियान मेें जो समर्पित भावना से डा0 नरेश चौधरी द्वारा उत्कृष्ट कार्य किये गये हैं वह अतुल्यनीय है जिनके लिये डा0 नरेश चौधरी की सम्पूर्ण जनसमाज में विशेष रूप से सराहना हो रही है। इसी क्रम में वैश्य बन्धु समाज डा0 नरेश चौधरी को कोरोना वारियर से सम्मानित कर रहा है।
वैश्य बन्धु समाज के पदाधिकारियों में विनित अग्रवाल (अध्यक्ष),आशु गुप्ता (महामंत्री), जय भगवान गुप्ता (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), माध्यमिक मित्तल (संगठन मत्री), आशीष गुप्ता एवं अजय अग्रवाल (प्रचार मंत्री) आदि ने डा0नरेश चौधरी को विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि वैश्य बन्धु समाज ने कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्यों के लिये कोरोना वारियर के रूप में सम्मानित करने के लिये डा0 नरेश चौधरी का नाम सर्वसम्मति से चुना गया जिसके लिये डा0 चौधरी वास्तव में सच्चे हकदार हैं।
डा0 नरेश चौधरी ने वैश्व बन्धु समाज के सभी पदाधिकारियों एवं वैश्व बन्धु समाज को धन्यवाद देते हुए कहा कि ’’इस प्रकार का सम्मान जब कोई जन समाज करता है तो उससे सम्मानित होने वाले व्यक्तित्व की समाज में और अधिक गरिमा बढती है तथा सम्मानित होने वाले व्यक्ति विशेष को और अधिक मेहनत करने के लिये प्रेरणा मिलती है साथ ही साथ अन्य सामाजिक कार्य करने वाले व्यक्तियों में भी प्रतिस्पर्धा होती है कि भविष्य में उन्हें भी जनसमाज द्वारा सम्मान मिलने का गौरव प्राप्त होगा और कोविड- 19 जैसी आपदाओं में अधिक से अधिक समर्पण भावना से सेवा करने के लिये तत्पर रहेंगें।’’
ज्ञात हो कि डा0 नरेश चौधरी को कोविड-19 महामारी में उत्कृष्ट कार्यों के लिये उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों, अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं, संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा भी विशेष रूप से सम्मानित किया जा चुका है साथ ही साथ पूर्व में भी महामहिम राष्ट्रपति, महामहिम राज्यपाल एवं माननीय मुख्यमंत्रियों द्वारा भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया है।