आईजी कुम्भ 2021 संजय गुंज्याल की अध्यक्षता में मेला नियंत्रण भवन के सभागार में सेक्टर पुलिस ऑफिसर, सेक्टर मजिस्ट्रेट और विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों की गोष्ठी आयोजित की गई।
गोष्ठी के दौरान आगामी शिवरात्रि को होने वाले शाही स्नान पर्व की व्यवस्थाओं के सम्बंध में सम्मिलित विचार-विमर्श किया गया।
गोष्ठी को शुरू करते हुए मेलाधिकारी कुम्भ 2021 दीपक रावत द्वारा कोरोना से सम्बंधित जारी NDMA के दिशा-निर्देश को अच्छे से समझने और उनका सही से पालन कराने का सभी को निर्देश दिया गया। इसके बाद उनके द्वारा सिंचाई विभाग, PWD, नगर निगम, जल निगम, जल संस्थान, विद्युत विभाग, वन विभाग एवं अन्य उपस्थित समस्त विभागों के अधिकारियों को आगामी शिवरात्रि शाही स्नान पर्व से पहले सभी कार्य हर हालत में पूर्ण करने का निर्देश दिया।
इसके बाद DM हरिद्वार सी रवि शंकर द्वारा उपस्थित सेक्टर मजिस्ट्रेट और सेक्टर पुलिस अधिकारीगण को आपस मे तालमेल बनाने की हिदायत दी और कहा की हर सेक्टर में अपने स्तर पर एक QRT बना लें, जिसमे आपके सेक्टर में कार्य कर रहे हर विभाग के अधिकारियों को सम्मिलित करें ताकि किसी भी समस्या का पता चलने पर तुरंत सम्बंधित विभाग के अधिकारी के माध्यम से उसका समाधान कराया जा सके। अपने-अपने सेक्टर में हर कोरोना सैम्पलिंग टीम के साथ दो दो PRD लगाएं। मेला कंट्रोल रूम में SOP के अनुसार एक कोविड हेल्प डेस्क बनाएं।
सभी सेक्टर अधिकारी/मजिस्ट्रेट आपातकालीन सेवा से जुड़े SDRF, जल पुलिस और अन्य इमरजेंसी सेवा के अधिकारियों के फोन नम्बर अपने पास रखें। स्नान पर्व में लगने वाले वोलियेन्टर की फाइनल लिस्ट प्राप्त कर उनकी योग्यता के अनुसार उनको सही जगह सेवा में लगा दें। इसके अलावा प्रत्येक स्नान के 05 दिन बाद स्नान ड्यूटी में लगे हर अधिकारी/कर्मचारी को अपना RTPCR टेस्ट कराना आवश्यक है, जो नही कराएंगे उनके विरुद्ध कार्यवाही होगी।
एसएसपी कुम्भ 2021 जन्मजेय खंडूरी द्वारा सेक्टर पुलिस ऑफिसर और सेक्टर मजिस्ट्रेट के समन्वय पर बल देते हुए निर्देश दिया गया कि अपने-अपने सेक्टर में अतिक्रमण न रहने दें न पुनः होने दे। खतरनाक रूप से लटके बिजली के तारों आदि को हटवा लें। अपने सेक्टर को दुर्घटना की दृष्टि से सुरक्षित करवा लें। सेक्टर में समय रहते सफाई व्यवस्था सम्बंधित विभाग से करवा लें। सेक्टर में जनसुविधा से जुड़े जो भी अस्थायी निर्माण या अन्य कार्य हो उन्हें इस प्रकार से करवाएं ताकि मेला व्यवस्था में वो बाधक न बनें।
एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदाई कृष्ण राज एस द्वारा कुम्भ एवं जनपद के यातायात पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि पैदल कांवड़िए हाई-वे पर आ रहे हैं, जो दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। उन्हें हाई-वे पर आने से रोकने के लिए जहाँ-जहाँ आवश्यक है वहां हाई-वे पर ड्यूटी लगाएं और जो कट्स हैं उन्हें बन्द कराएं।
अंत मे आईजी कुम्भ द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए निर्देशित किया कि 11 मार्च को शिवरात्रि स्नान पर्व पर की जाने वाली समस्त पुलिस व्यवस्था अब तक जो भी स्नान पर्व हुए हैं उनसे काफी अलग रहेगी। इसलिए सभी सेक्टर पुलिस ऑफिसर एवं मजिस्ट्रेट शिवरात्रि पर की जाने वाली नई व्यवस्था को अच्छे से जान-समझ लें।
अपने-अपने सेक्टर के महत्वपूर्ण बिंदुओं जिन पर कार्य होना है कि चेक लिस्ट बना लें और शाही स्नान के दिन नगर निगम का कोई भी सफाई वाहन हर की पैड़ी के आस-पास मेला क्षेत्र में नही चल सकेगा, इसलिए शाही स्नान से पूर्व ही साफ-सफाई की पूर्ण व्यवस्था करवा लें,
उपयोगिता के अनुसार अपने-2 सेक्टर में शौचालयों की स्थापना करवाएं।
बेरिकेड्स की मजबूती चेक कर लें। बिजली फीटिंग की सुरक्षा चेक करा लें। मोती बाजार की जो भी गलियां अपर रोड पर निकलती वो सभी स्नान के दिन बन्द कराए। शाही स्नान के मार्ग पर पड़ने वाले भवनों की छत और छज्जे की मजबूती देख लें। छतों पर रूफ टॉप ड्यूटी लगवा लें। जो भी पेंडिंग काम हैं उन्हें हर हालत में 09 मार्च से पहले पूरा करा लें।
मेला कंट्रोल रूम में एक वॉर रूम बनाया जाए, जिसमे हर विभाग का एक-एक सक्षम अधिकारी स्नान के दौरान मौजूद रहे, घाटों पर पूजा पाठ, प्लास्टिक कैन बिक्री, भिक्षावर्ति पूरी तरह से बन्द करा दी जाए।
शाही स्नान पर शटल बस सर्विस चलाने के लिये रोडवेज की 100 बसें मिलेंगी।
अखाड़ों के साथ लगे मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारीगण की ड्यूटी बेहद महत्वपूर्ण रहेगी। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि सभी अखाड़े समय से शाही स्नान हेतु अपनी-अपनी छावनियों से निकलें, निर्धारित मार्ग पर समय अनुसार चलें और समय से शाही स्नान पूर्ण कर अपनी-अपनी छावनियों में प्रवेश कर जाएं।
शाही स्नान के दौरान मीडिया के कवरेज करने के लिए मालवीय द्वीप पर मीडिया अपने प्लेटफार्म पर रहेगा।
