हरिद्वार।
धर्मसंसद मामलें मे वसीम रिज़वी की गिरफ्तारी के बाद मामला तूल पकडता जा रहा है वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के विरोध में अनशन पर बेठे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद को पुलिस ने हिरासत मे ले लिया है
महामंडलेश्वर वसीम रिज़वी उर्फ़ जीतेन्द्र त्यागी की रिहाई की माँग को लेकर अनशन पर बेठ गए थे और अन जल त्याग दिया था लेकिन पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी कर ली गई है। यह गिरफ्तारी सर्वानंद घाट से हुई जहाँ यति नरसिंहानंद अनशन पर बैठे थे। मुख्य आरोपी वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की गिरफ्तारी पहले चुकी है। यती नरसिंहानंद गिरी पर हेट स्पीच के गंभीर आरोप गड़े हैं।

जिसको लेकर इनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल हुई थी जिसका संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार से हाल ही में जवाब तलब किया था। पुलिस को कार्यवाही करने के भी आदेश दिए गए थे। जिस मामलें पर गंभीरता दिखाते हुए हरिद्वार पुलिस द्वारा वसीम रिजवी को नारसन बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था और यदि नरसिंह आनंद गिरी और कुछ संतों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह सभी संत धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
वसीम रिज़वी उर्फ़ नारायण त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद का अनशन कर रहे है। जिनका इस मामलें पर कहना है कि त्यागी के रिहा होने तक वह अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी उनको मनाने के लिए पहुंचे, लेकिन वहां उनकी एक नहीं सुनी गई थी।
क्या है धर्मसंसद मामला –
उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी में 17 से 19 दिसंबर तक आयोजित धर्मसंसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में गिरफ्तार किए गए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को रिहा करने की मांग को लेकर स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती सर्वानंद घाट पर धरने पर बैठ गए थे और अनशन शुरू कर दिया था। दिनभर पुलिस फोर्स धरनास्थल पर डटी रही। वहीं शाम के समय सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह और सीओ सिटी शेखर सुयाल ने उनसे मीटिंग भी की। महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद ने कहा है कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जब वसीम रिजवी था तब उसको गिरफ्तार नहीं किया गया। जब तक वसीम रिजवी को रिहा नहीं किया जाता तब तक अनशन पर बेठे रहेगे।
