यूपी के जिस दिग्गज नेता ने समाजवादी पार्टी की बुनियाद रखी, उसी की बहू ने भगवा दल का दामन थाम लिया है। यूपी के सीएम रह चुके मुलायम सिंह यादव की बहू एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी शामिल हो गई है। वैसे तो सियासत में सेंधमारी पहले भी होती रही है लेकिन यूपी चुनाव से ठीक पहले इस तरह के घटनाक्रम जनता को संदेश देने के लिहाज से महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव लखनऊ कैंट सीट से सपा के टिकट पर लड़ा था उन्हें बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी ने 30 हजार से अधिक के वोटों के अंतर से हराया था अपर्णा के पिछले कुछ दिनों से बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं वह कई बार सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर चुकी हैं योगी आदित्यनाथ उनकी गौशाला का भी दौरा कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहू अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने पर उनका स्वागत किया योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में लिखा,
”अपर्णा जी का भाजपा परिवार में स्वागत हैं.” मुख्यमंत्री ने अपर्णा के बीजेपी ने शामिल होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी एक तस्वीर भी ट्वीट की।
पार्टी ने अपर्णा यादव को साथ लाने के साथ पिछड़ा वर्ग के अपने नेताओं के सपा में जाने को भी संतुलित करने की कोशिश की है। यही वजह है कि अपर्णा यादव को शामिल कराने के लिए उसने अपने प्रदेश के दो प्रमुख पिछड़ा वर्ग नेताओं प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को चुना। दोनों नेताओं ने अपर्णा यादव को सदस्यता दिलाई।
भाजपा इससे पिछड़ों को संदेश देना चाहती है कि वह उसके साथ हैं। मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव का झुकाव काफी लंबे समय से योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर रहा है। अपर्णा सपा में पारिवारिक राजनीति में भी बहुत ज्यादा सफल नहीं हो पा रही थी, ऐसे में भाजपा में आना उनके राजनीतिक भविष्य की एक बड़ी सोच तो है ही भाजपा को भी इसका लाभ है। हालांकि राजनीतिक हलकों में इसे एक बड़े प्रतीक के रूप में माना जा रहा है जो भाजपा सपा के खिलाफ इस्तेमाल करेगी।
बीजेपी फौरन कहने भी लगी कि जब अखिलेश यादव परिवार नहीं संभाल पा रहे तो यूपी क्या संभालेंगे! यह सब ऐसे समय हुआ जब तमाम सर्वे के बावजूद अखिलेश यादव की सपा का जोश हाई दिख रहा है। हाल ही में उन्होंने बीजेपी को तगड़ा झटका देते हुए योगी सरकार के तीन मंत्रियों को अपने पाले में खींच लिया। उनके साथ आई ओबीसी वोटबैंक की एक बड़ी उम्मीद, जिसके दम पर अखिलेश यादव के हौसले बुलंद हैं। कई भाजपा विधायक भी सपाई हो गए। लेकिन आज बीजेपी ने पलटवार किया है।
