ओमिक्रॉन के बाद अब कोरोना के नए वैरिएंट नियोकोव ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। वुहान के वैज्ञानिकों ने इसे लेकर बड़ा दावा किया है। इनका कहना है कि यह वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में मिला है। इसकी संक्रमण और मृत्यु दर दोनों ही बहुत ज्यादा है। इसके हर तीन मरीजों में से एक की जान जा सकती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमीक्रोन वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ बताया है। यह माना जा रहा है कि इसका सब-वेरिएंट बीए.2 भी इसके टक्कर का है यानी अभी इनके बीच कोई खास अंतर नहीं है। हालांकि, वैज्ञानिक यह निर्धारित करने के लिए इस पर कड़ी नजर रख रहे हैं कि यह भविष्य में महामारी के प्रसार को कैसे प्रभावित कर सकता है।
bioRxiv वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, नियोकोव और उसका सहयोगी वायरस इंसानों को संक्रमित कर सकता है। वुहान यूनिवर्सिटी और चाइना अकादमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ताओं के मुताबिक इस नए कोरोना वायरस में इंसानों की कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए केवल एक म्यूटेशन की जरूरत है।
रूस की न्यूज एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, यह वैरिएंट नया नहीं है। यह कोरोना वैरिएंट मर्स कोव वायरस से जुड़ा हुआ है।
कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है. कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट ने सबसे ज्यादा बुरा हाल किया हुआ है।
