बदायूं।
मुलायम सिंह यादव और राम गोपाल यादव जैसे कद्दावर नेताओं के सामने हथियार न डालने वाले दिग्गज नेता धर्मपाल यादव उर्फ डीपी यादव इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। 34 साल के राजनीतिक करियर में डीपी यादव ने पहली बार चुनाव से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। उन्होंने बदायूं की सहसवान विधानसभा सीट से राष्ट्रीय परिवर्तन दल की तरफ से अपना नामांकन पत्र भरा था।
डीपी यादव के साथ उनकी पत्नी उर्मिलेश यादव और बेटे कुणाल यादव ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। परिवार से 3 लोगो के नामांकन दाखिल करने के पीछे स्वास्थ्य का हवाला दिया था लेकिन आज पति-पत्नी ने अपना नाम वापस ले लिया है जबकि बेटे कुणाल को चुनाव मैदान में उतारा दिया है। डीपी यादव के बेटे कुणाल का ये पहला चुनाव है। कुणाल राजनीति में आने से पहले यदु शुगर मिल के निर्देशक के रूप में कार्यरत थे।
