हरिद्वार।

चुनावी आचार संहिता के बीच सड़क का निर्माण शुरू होने और अचानक बजट का अभाव बताते हुए निर्माण कार्य को रोकने से  लोगों में स्थानीय विधायक और ठेकेदार के खिलाफ भारी आक्रोश है। लोगों ने जल्द ही सड़क का निर्माण शुरू नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बताते चले कि नगर निगम के वार्ड नंबर 59, गली नं 6, गणेश विहार कॉलोनी, सीतापुर, ज्वालापुर में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता मे मतदान दिवस से दो दिन पूर्व विधायक निधि से सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया। जिसका स्थानीय निवासियों ने विरोध किया। लेकिन लोगों को बताया गया कि इस सड़क का बजट आचार संहिता लगने के पूर्व में ही पास हो चुका है और जल्द ही निर्माण को पूरा भी कर दिया जायेगा। इसके बाद स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण की अनुमति दी। ठेकेदार ने सड़क बनाने के लिए लोगों के घरों के बाहर बने रैंप के साथ नालियों को भी तोड़ दिया और मलबे के साथ नालियों की टूटी ईटों, रैंप का सरिया भी ट्रेक्टर में लादकर ले गया। लेकिन जैसे ही मतदान का कार्य संपन्न हुआ। सड़क निर्माण कार्य बंद कर दिया गया। लोगों के पूछने पर बताया गया कि बजट के अभाव में सड़क का कार्य बंद किया गया है और अब अगली सरकार के गठन के बाद ही नया बजट मिलने पर कार्य शुरू कराया जायेगा। ठेकेदार का जवाब सुनते ही लोगों के होश उड़ गये। स्थानीय निवासी विकास त्रिपाठी ने बताया कि घरों के बाहर बने रैंप को तोड़ने के चलते लोगों को घर से बाहर निकलने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नालियों के अभाव में सड़कों पर बहता पानी मुसीबत का सबब बना हुआ है। वहीं अपने वाहनों को भी पड़ोसियों के यहां खड़ा करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। पंकज शर्मा ने कहा कि दो फरवरी को शिवरात्रि के उलक्ष्य में भंडारे का आयोजन पर भी संकट गहरा गया है। स्थानीय विधायक चुनाव प्रचार के चलते बाहर गये है। ऐसे में लोगों की फरियाद कौन सुनेगा। लोगों को चिंता है कि चुनाव के उपरांत सरकार बदल गयी तो फिर उनके सड़क का निर्माण कैसे होगा। राजनीति की भेंट कालोनी की सड़क और निवासी न बन जाये।

ये भी पढ़े:-    यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *