बांदा
श्याम सुन्दर त्रिपाठी
ग्राम लोहरा में २००७ को स्थापित शिवलिंगों का अभिषेक स्व०रामरतन शर्मा पूर्व सांसद अपने जीवन काल में सापरिवार करते रहे है इन शिवलिंगों ने उनकी पत्नी को स्वप्न में कहा था कि हम जमीन में सैकड़ों वर्षों से पड़े हैं हमें निकाल कर स्थापित करो तब उन्होंने ने यह बात अपने पति शर्मा जी से बताई तो उन्होंने उस स्थान को खुदवाया और पांच शिवलिंग निकले जो ५,४,३,२ फिट के थे शर्मा जी ने एक सुंदर मन्दिर बनवाया और २००७ मे मन्दिर बन कर तैयार हुआ तो उन्होंने ने महाशिवरात्रि पर्व पर अभिषेक और श्री राम कथा का दो दिवसीय आयोजन शुरू किया जो अनवरत जारी है।
लेकिन इस वर्ष श्री राम कथा को अक्तूबर में करने का निर्णय लिया गया और अभिषेक उनके पुत्र अशोक त्रिपाठी जीतू अपनी पत्नी पुत्रगण आशुतोष त्रिपाठी व कुशाग्र व पुत्रवधू व पौत्र अविरल व पौत्री आन्या मित्र सचिन अगिनहोत्री तथा ग्राम वासियों के साथ बड़े ही विधिविधान के साथ किया गया। वंही महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बांम्वेश्वर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही हर हर महादेव के जयकारों से वामदेव नगरी जो आज बांदा के नाम से जानी जाती हैं गुंजायमान रही जनपद के किला कलींजर में स्थित नीलकंठ स्वामी मंदिर सहित हर शिवालय में श्रद्धालुओं की भीड़ रही लोग पूजा अर्चना करते हुए दिखाई दिए।
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