उत्तराखंड।
गर्मी बढ़ने के कारण पहाड़ों में ग्लेशियर पिघलने लगे हैं, जिस कारण से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। मंगलवार की सुबह अचानक धौली नदी का जलस्तर बढ़ने से तपोवन एनटीपीसी के बैराज साइट में काफी देर अफरा-तफरी का माहौल रहा। सायरन की आवज से लोग अलर्ट हो गए तो वहीं एक बार फिर से तपोवन के लोगों में घंटों तक डर का माहौल रहा।
ऋषि गंगा घाटी के पहाड़ों में पसरे ग्लेशियर के पिघलने से ऋषि गंगा और धौली नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हो गई, जिस कारण से तपोवन में धौली नदी अपने उफान पर रही। नदी में उफान के कारण तपोवन में कंपनी द्वारा बनाया गया एक कलवट भी बह गया। एनटीपीसी की तपोवन-विष्णुगाड़ परियोजना की ठेकेदार कंपनी ऋत्विक के प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश डिमरी ने बताया कि धौली नदी पर बैराज साइट में कार्य के दौरान आरपार आने-जाने के लिए एक अस्थाई कलवट बनाया गया था, जो मंगलवार सुबह धौली नदी का जलस्तर बढ़ने से बह गया है।
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