विश्व जल दिवस प्रतिवर्ष 22 मार्च को दुनिया भर में पानी के महत्व को उजागर करने और दुनिया के सामने आने वाले जल संकट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की वेबसाइट के अनुसार, दिन का मुख्य फोकस “सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 6 की उपलब्धि का समर्थन करना है: 2030 तक सभी के लिए पानी और स्वच्छता।”

विश्व जल दिवस का इतिहास
विश्व जल दिवस मनाने का संकल्प पहली बार 22 दिसंबर 1992 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था, जिसके बाद 22 मार्च को विश्व जल दिवस घोषित किया गया था और 1993 से दुनिया भर में मनाया जाता है।
विश्व जल दिवस 2022 की थीम

विश्व जल दिवस को हर साल एक थीम के साथ मनाया जाता है. इस साल की थीम- ‘भूजल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना (Groundwater: Making The Invisible Visible)’ जिसे IGRAC यानी इंटरनेशनल ग्राउंडवाटर रिसोर्स अस्सेमेंट सेंटर द्वारा प्रस्तावित किया गया है। इसे 21 मार्च 2022 को सेनेगल (Senegal) के डकार (Dakar) में 9वें विश्व जल मंच (World Water Forum) के उद्घाटन सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा।

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कोरोनावायरस महामारी के कारण, विश्व जल दिवस 2021 वस्तुतः मनाया जाएगा जिसमें संयुक्त राष्ट्र जल विकास रिपोर्ट विभिन्न देशों को जल संकट से निपटने के लिए नीतिगत निर्देशों की सिफारिश करने के उद्देश्य से जारी की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट भी लोगों से सोशल मीडिया का उपयोग करके पानी के महत्व के बारे में ऑनलाइन बातचीत में भाग लेने का आग्रह करती है। #Water2me और #WorldWaterDay का उपयोग डिजिटल चर्चा में शामिल होने के लिए किया जा सकता है।

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