देहरादून।

उत्तराखंड की पहली विधानसभा अध्यक्ष बनी ऋतु खंडूरी, निर्वाचन प्रक्रिया के पश्चात ऋतु खंडूरी भूषण को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है ऐसे में प्रोटेम स्पीकर बंशी धर भगत ने इसकी घोषणा की कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है।


उत्तराखण्ड नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी पूर्वमुख्यमंत्री जनरल भुवन चन्द्र खंडूरी की पुत्री हैं । ऋतुखंडूरी का जन्म नैनीताल में 29 जनवरी 1965 को एक फौजी परिवार में हुआ।  मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के राधाबल्लभ पुरम गांव के रहने वाले उनके पिता मेजर जनरल (रिटा.) भुवन चंद्र खंडूरी एक फौजी ऑफिसर थे। फौज से रिटायरमेंट होने के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते । वह वाजपेयी सरकार में मंत्री भी बने। 2011 से 2012 के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे. वह सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे. 2012 के चुनाव में जनरल खंडूरी मुख्यमंत्री होने के बावजूद कोटद्वार सीट से सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ हार गए थे. यहां से उनका राजनीतिक सफर लगभग समाप्त हुआ। ऋतु खण्डूरी ने मेरठ के रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की उसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन और दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया। ऋतु खंडूरी के पति राजेश भूषण बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।  ऋतु के पति राजेश भूषण बेंजवाल आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में वे मोदी सरकार में केंद्र में स्वास्थ्य सचिव के पद पर तैनात हैं।

2017 में पहली बार चुनाव लड़ा। यमकेश्वर से जीत हासिल करने के बाद वह 2022 में कोटद्वार सीट से नेगी के ही खिलाफ चुनाव मैदान में उतरीं और उन्होंने अपने पिता की हार का बदला ले लिया। ऋतु के भाई मनीष खंडूरी कांग्रेस में हैं। गढ़वाल सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके मनीष जीत नहीं पाए थे।

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