हरिद्वार
योगेश शर्मा
ऋषिकुल आयुर्वेद परिसर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हरिद्वार में आजादी का अमृत महोत्सव 5 अगस्त से 15 अगस्त तक आयोजित किया गया, आजादी का अमृत महोत्सव की नोडल अधिकारी एवं पुर्व कुलसचिव डॉ माधवी गोस्वामी की अगुवाई में विविध प्रतियोगिता संपन्न हुयी जिसमें आयुर्वेद के स्नातको ने बढ़चढकर प्रतिभाग किया गायन प्रतियोगिता,विषय देशभक्ति गीत, पोस्टर प्रतियोगिता विषय 75 साल में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में विकास, निबंध प्रतियोगिता विषय, नया भारत,युवा सोच संस्कृत संभाषण प्रतियोगिता विषय संस्कृत की आयुर्वेद में उपादेयता, रंगोली प्रतियोगिता विषय भारतीय संस्कृति,सभी प्रतियोगिताये उत्साह व जोश में संपन्न हुई इन सभी प्रतियोगिताओं में विजेताओं को सम्मान पत्र एवं मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया , उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय का लोगो चिन्ह, एवं 75 आजादी का अमृत महोत्सव की शुभकामनायें देता सुनहरा मानचिन्ह (मोमेंटम) आकर्षण का केंद्र बना
ऋषिकुल आयुर्वेद स्नातक गायन प्रतियोगिता में
अंगुल गौरव प्रथम
साक्षी सैनी द्वितीय
संपदा कपूर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
पोस्टर प्रतियोगिता में
विशाखा चौधरी ने प्रथम
सोनाली साहू ने द्वितीय
युक्ता पांडे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
निबंध प्रतियोगिता में
नीतू प्रथम स्थान
अंबिका ममगांई द्वितीय स्थान यशवंत गोसाई ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
संस्कृत संभाषण में
विशाखा चौधरी प्रथम
आसमां परवीन द्वितीय
युक्ता पांडे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
रंगोली प्रतियोगिता में 3 समूह विजय हुए प्रथम विजेता सोनाली
साहू, संजना सिंह, शिवानी तिवारी , द्वितीय विजेता नेहा भट्ट, स्नेहा, आसमां परवीन और तिसरा विजेता समूह में रेणु, रितिका, पूजा,
द्वितीय स्थान पर दो समूह ने विजय प्राप्त किया तृतीय स्थान पर विशाखा चौधरी, अनीषा, युक्ता पांडे ने विजय हासिल किया, ऋषिकुल आयुर्वेद परिसर के परिसर निदेशक प्रोफेसर डॉ डि. सी. सिंह, तथा मंचपर विराजमान मान्यवर प्रोफेसर डॉ ओ. पी. सिंह, संयोजक विश्व आयुर्वेद परिषद, प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार गुप्ता, इथिकल कमेटी प्रमुख, प्रोफेसर डॉ अनुप गख्कड डिन आॅफ युनिवर्सिटी, वरिष्ठ संस्कृत प्रोफेसर श्रीमती सुमन मिश्राजी एवं प्रोफेसर डॉ माधवी गोस्वामी शरीर रचना स्नातकोत्तर विभाग ने विजेताओं को सम्मानित करके सभी प्रतिभागीयों को उज्वल भविष्य की शुभकामनायें दी है, प्रतिभागीयों में विजेताओं का चयन करने के लिये निर्णायक गणों ने सुक्ष्मता प्रक्रियाको पुर्ण किया निर्णायक गणों में डॉ. सुमन मिश्राजी,डॉ किर्ति वर्माजी, डॉ.रिना, डॉ. पारूल, डॉ शोभित वार्षणे, डॉ. अनुराग वत्स, डॉ.सीमा डॉ. प्रियंका , डॉ अंजलि, का समावेश रहा एवं प्रमुख निर्णायक डॉ माधवी गोस्वामी ने चयन प्रक्रिया का निर्वहन किया सभी छात्र छात्राओं ने कार्यक्रम में सक्रिय रहते हूये आजादी का अमृत महोत्सव मनाया.
प्रतियोगीता के सपन्न होने के दुसरे दिन भारत विकास परिषद प्रांतीय के संयुक्त तत्वावधान में”गाय के प्रति जागरूकता’ कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें आयुर्वेद के स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र छात्राओं को गौ आयुर्वेद के विषय में प्रबोधन दिया गया, इसमें ऋषिकुल आयुर्वेद परिसर के निदेशक प्रोफेसर डॉ डि. सी सिंग ने *गौ आयुर्वेद का महत्व व युवाओं की राष्ट्र भक्ति ‘विषय पर संबोधित किया, व्याख्यान के क्रम में एडवोकेट विजयलक्ष्मी प्रधान ने “गौरक्षा की कानूनी जानकारी” से अवगत कराया, प्रोफेसर सुमन मिश्राजी ने “भारतीय संस्कृति में गाय का स्थान ” विषय पर अभ्यासपुर्ण भाषण दिया,डॉ ज्ञान प्रकाश सिंह ने गौयोग से मानसिक व्याधियों में लाभ विषय पर भाषण दिया प्रमुख वक्ता डॉ माधवी गोस्वामी ने “पंचगव्य आयुर्वेद चिकित्सा के लाभदायी अनुभव’ विषय पर संदर्भ के साथ वैज्ञानिक तथ्यों को प्रेषित किया, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष माननीय श्री बी. पी. गुप्ता जी ने गौ आयुर्वेद चिकित्सा सेवा प्रकल्प की जानकारी से पुर्ण प्रबोधन दिया, आजादी के अमृत महोत्सव में गौसेवा यह राष्ट्र सेवा है इस विषय को समझाते हुए,’ एक गाय, एक परिवार “का संदेश दिया.इस महोत्सव में संस्कृत दिवस भी मनाया गया संयोजिका डॉ सुमन मिश्राजी प्रोफेसर संस्कृत,संहिता एवं सिद्धांत विभाग रही.इस महोत्सव में तिरंगा यात्रा के प्रमुख डॉ महेश चंद्र जी ने ‘हमारा तिरंगा’ विषय पर संदर्भित भाषण दिया, तिरंगा यात्रा का आयोजन करके तिरंगा का वितरण किया तिरंगा यात्रा में सभी मान्यवर प्रोफेसर, डॉक्टर, शोधकर्ताओं, कार्यालयीन कर्मचारी श्री मती मंजु पांडेजी, श्री सत्कारिजी , श्री सुदामा जोशी , अमित, रवि, स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र छात्राओं की सहभागिता रहीं प्रमुखता से माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ सुनिल जोशीजी, कुलसचिव डॉ राजेशजी, संकुल अध्यक्ष डॉ अनुप जी, परिसर निदेशक डॉ डि.सी. सिंह ,तथा सर्वकारी नोडल अधिकारी डॉ संजय गुप्ता जी , उपकुलसचिव डॉ शैलेन्द्र प्रधान ने उत्साह व देशभक्ति के वातावरण में तिरंगा यात्रा का संपादन किया माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ सुनिल जोशीजी ने घर घर तिरंगा का संदेश दिया.आजादी के अमृत महोत्सव में ऋषिकुल परिसर के पुर्व छात्र शहीद जगदीश वत्स जी के पावन स्मृति को अभिवादन करके क्रांतिकारी वीर अमर गाथा से डॉ माधवी गोस्वामी, नोडल अधिकारी आजादी का अमृत महोत्सव ने सभी को अवगत कराया. ऋषिकुल आयुर्वेद के के आद्य संस्थापक महामहिम पंडित मदनमोहन मालवीय जी के पावन स्मृति को माननीय कुलपति महोदय ने पुष्पमाला समर्पित करके आदरांजली प्रदान करके संस्था के सभी सदस्यों को अनके जीवन सरणी का अनुसरण करने का आग्रह किया.76 वे स्वतंत्रता दिवस, 15अगस्त को 5 अगस्त से 14अगस्त तक चले कार्यक्रमों का समापन कीया गया. परिसर निदेशक डॉ. डी. सी सिंह ने स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कीया इस अवसर पर पौधरोपण तथा रूग्णों को फल वितरण किया गया, छात्र छात्राओं को मिष्ठान्न वितरित किया गया स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की अगुवाई प्रोफेसर सुमन मिश्राजी ने करके, सभी नोडल अधिकारी डॉ माधवी गोस्वामी की आज़ादी के अमृत महोत्सव को यशस्वी संपादन करने पर सराहना की, सभी मंचासीन मान्यवरों ने तथा परिसर निदेशक प्रोफेसर डॉ डि. सी. सिंह ने आजादी का अमृत महोत्सव की नोडल अधिकारी ,पुर्व कुलसचिव प्रोफेसर डॉ माधवी गोस्वामी, सहनोडल डॉ प्रियंका शर्मा, स्वस्थवृत्त विभाग, सहनोडल डॉ अंजलि वर्मा स्री रोग एवं .प्रसुति विभाग का सम्मान पत्र एवं मानचिन्ह (मोमेंटम) देकर महोत्सव को सफल बनाने पर अभिनंदन एवं धन्यवाद प्रदान किये विशेष उपस्थित में डॉ सुची मित्रा, डॉ. रूबी रानी गोयल, डॉ. गुंजन, डॉ सोनकर, डॉ भावना, डॉ मनिषा, डॉ सविता, डॉ उषा, डॉ पारूल, डॉ प्रियंका रानी,डॉ विशाल वर्मा, डॉ शशिकांत तिवारी, प्रोफेसर डॉ रमेश तिवारी, प्रोफेसर डॉ के.के. शर्मा जी,प्रोफेसर डॉ स्वयं प्रकाश डॉ यादवेन्द्र, डॉ तरूण उपाध्याय, डॉ वेद जी, पी.एच. डी. शोधकर्ताओं में डॉ शिवानी, डॉ मोहर, डॉ.वैशाली, डॉ विपिन, डॉ रोहित,डॉ साक्षी रावत, डॉ मनिषा, डॉ नितु खत्री, डॉ सुरूची रावत, डॉ निशा, डॉ शिवानी, डॉ अस्मिता, डॉ निता आर्या, सभी की सक्रियता रहीं आजादी का अमृत महोत्सव की नोडल अधिकारी डॉ माधवी गोस्वामीने सभी के धन्यवाद करके महोत्सव का समापन हुआ, भारत माता की जय, वंदे मातरम से समां गुंज उठा