हरिद्वार 

राजकुमार

त्रिस्तरीय चुनाव का बिगुल बज चुका है सभी प्रत्याशी अपने चुनाव चिन्ह को लेकर जनता के बीच तरह-तरह के वादे करने में पीछे नहीं हट रहे हैं
आगामी 26 तारीख को जनपद में चुनाव होने वाले हैै चुनाव में आपके सामने ऐसे ऐसे चेहरे घूम रहे हैं जो आपके दरवाजे तक ही नहीं आपको देखना तक पसंद नहीं करते कोई चेहरा घोटालों में लिप्त है कोई कानून का मुजरिम है किसी का समाज में कोई अस्तित्व ही नहीं है कोई आपको नहीं जानता किसी को आप नहीं जानते
लेकिन वह मीठी मीठी बातें चिकनी चुपड़ी बातें कर आपको मुर्गा खिलाने, शराब पिलाने, पार्टी देने का लालच देकर व झूठे झूठे सपने दिखाकर गांव क्षेत्र में कार्य करवाने की बात कहकर वोट देने की भीख मांगेगा और कहेगा कि एक बार मुझे ग्राम प्रधान बना दो मैं आपको हर सुख सुविधाएं दूंगा उस वक्त अगर आप प्रधान पद के उम्मीदवारों से किसी भी चीज किसी भी कार्य की डिमांड करते हैं तो वह हंसी हंसी आपके द्वारा दिए गए प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार हो जाएगा

भोली-भाली जनता इनकी चिकनी चुपड़ी बातों में आ भी जाती है और कुछ उम्मीदो के चलते इनको प्रधान पद के लिए चुन भी लेती है लेकिन यह वही प्रधान होते हैं जो चुनाव से पहले गिड़गिड़ा कर हाथ जोड़कर आपसे वोट मांगते हैं और चुनाव जीतने के बाद आपकी बात सुननी तो बहुत दूर है आपको बैठने के लिए भी नहीं कहा जाता और चुनाव से पहले ग्राम प्रधान के प्रति जो आपने सपने देखे थे वह मतगणना के तुरंत बाद ग्राम प्रधान के पैरों नीचे रौंद दिए जाते है
हालांकि कुछ लोगों के कार्यों को ग्राम प्रधान द्वारा करवा भी दिया जाता है वह भिन्न-भिन्न प्रकार के लोग होते हैं
*जैसे* 1,कानून की जानकारी रखने वाले व्यक्ति आपको भली-भांति ज्ञात होगा कि जिन व्यक्तियों को कानून संविधान की जानकारी होती है उन व्यक्तियों का कभी शोषण नहीं होता ऐसे व्यक्तियों से ग्राम प्रधान डर कर उनका कार्य बखूबी कर देते हैं

2, ऐसे व्यक्ति जो दबंग प्रवृत्ति के व्यक्ति होते हैं ऐसे लोगों का भी कार्य ग्राम प्रधान बखूबी करते हैं

परंतु आपने एक कहावत सुनी होगी कि जंगल में जब पेड़ कटते हैं तो सीधे खड़े पेड़ों पर सबसे पहले कुल्हाड़ी चलती है ठीक उसी तरह गांव की जनसंख्या में लगभग 80 प्रतिशत लोग सीधे सच्चे ईमानदार प्रवृत्ति के होते हैं जो अपना कार्य ग्राम प्रधान से नहीं करवा पाते हैं यह वही लोग होते हैं जो ग्राम प्रधान चुनते समय सबसे ज्यादा उम्मीद लगाते है सबसे ज्यादा सपने देखते हैं लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा इनके सपनों को पैरों तले रौंद दिया जाता है और आपको अपना हक अधिकार पाने के लिए लंबी लाइन में खड़ा रहना पड़ता है

आपका वोट आपका अधिकार है जिसका इस्तेमाल कर आप अपने परिवार अपने समाज अपने ग्राम पंचायत को बुलंदियों तक ले जा सकते हो और उसी वोट से आप एक बोतल व मुर्गा पार्टी भी ले सकते हो जो आपके और आपके परिवार और समाज के जीवन को अंधेरे में ले जा सकता है
इसलिए सोच समँझकर ही फेसला ले और सही उम्मीदवार को चुने वरना पांच वर्ष तक आप स्वयं को कोसते नजर आएंगे, अभी समय है तो उस समय का सही उपयोग करें उन लोगो के चरित्र को समझे जो आपसे वोट माँगने पहुँचने वाले है.उनका व्यक्तित्व क्या है चरित्र क्या है वो किसी अपराधिक गतिविधि मे लिप्त तो नही, इन सब बातो पर अत्यंत गहराई से विचार कर ही फैसला ले

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