हरिद्वार
ब्यूरो रिपोर्ट
मामला ज्वालापुर क्षेत्र में आर्य नगर चौक के निकट एक प्रॉपर्टी पर चल रहे विवाद का है जहां लगभग चार दबंग भू माफियाओं ने मिलकर एक प्रॉपर्टी पर कब्जा कर रखा है व कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करते हुए लगातार कंट्रक्शन का कार्य कर रहे हैं
आपको बता दे की रईस खान पुत्र रशीद खान निवासी लंढोरा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आर्य नगर चौक के निकट खसरा नंबर 50 की प्रॉपर्टी मेरी है व मालिकाना हक भी मेरा है लेकिन शहर के दबंग प्रवृत्ति के व्यक्तियों ने कुछ अधिकारियों व नेताओं की मिलीभगत से खसरा नंबर 51 की रजिस्ट्री करा कर रास्ता लेने के लिए खसरा नंबर 52 के साथ ततीमा करवा कर मेरी प्रॉपर्टी खसरा नंबर 50 पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू कर रखा है जिसका मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन है पीड़ित का कहना है कि दबंग प्रवृत्ति के व्यक्ति बड़े-बड़े बदमाशों के साथ जान पहचान बताते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे हैं पीड़ित का कहना है कि खसरा नंबर 50 पर माननीय न्यायालय के द्वारा कंट्रक्शन रुकवाने के आदेश के बाद हमने आईजी देहरादून एसएसपी हरिद्वार कोतवाली ज्वालापुर एसडीएम डीएम व अन्य कई अधिकारियों को तहरीर देते हुए मामले से अवगत कराया लेकिन दबंग प्रवृत्तियों के व्यक्तियों के सामने किसी की एक न चली और दबंग व्यक्ति लगातार कंट्रक्शन कर रहे हैं
डीजीपी के आदेशो का भी किया उल्लंघन
हाल ही में डीजीपी अशोक कुमार द्वारा सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखित में आदेश दिए गए थे कि कोई भी भूमाफिया अगर किसी प्राइवेट या सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा किए बैठा है उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी लेकिन हरिद्वार में कई भूमाफिया अवैध संपत्तियों पर कब्जा किए हुए बैठे हैं आखिर ऐसे भूमाफियाओ को किन लोगों का संरक्षण मिलता है
एच आर डी ए के नियमो का भी किया उल्लंघन
दबंग प्रवर्ति के व्यक्तियो ने विकास प्राधिकरण के नियमो को भी ताक पर रख रखा है पीडित का आरोप है की दबंगो ने किसी दूसरी प्रॉपर्टी पर नक्शा पास करा कर खसरा न: 50 पर अवेध कब्जा कर कंट्रक्शन कर रहे है
यूं तो विकास प्राधिकरण शहर में बिना सूचना मिले भी लगातार अवैध प्रॉपर्टी कालोनियों पर कार्रवाई कर रहा है लेकिन आर्य नगर चौक के निकट चल रहे अवैध कंट्रक्शन की शिकायत करने के बाद भी उस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है शिकायत के बाद भी विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध कंट्रक्शन पर कार्यवाही ना करना एक सवालिया निशान है
