मोरबी में बड़ा हादसा, केबल पुल टूटने से कई लोग नदी में गिरे, अब तक 70 लोगों की मौत; नेवी और एयरफोर्स को भी बुलाया गया
बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त करीब 400 से 500 लोग पुल पर मौजूद थे। यह पुल काफी पुराना था और कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत कराई गई थी। 5 दिन पहले ही इसे आम जनता के लिए फिर से खोला गया था।गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को मच्छु नदी पर बना केबल पुल टूटने से एक बड़ा हादसा हो गया। इस घटना के दौरान पुल के ऊपर खड़े कई लोग नदी में गिर गए। घटना में अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक बताई जा रही है। मुख्यमंत्री अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वहीं, सरकार ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, लेकिन अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस और प्रशासन की मदद के लिए एनडीआरएफ की तीन की टीमें भी जल्द मौके पर पहुंच रही हैं।एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहिदी ने कहा कि एनडीआरएफ की दो और टीमों को वडोदरा हवाई अड्डे से राजकोट हवाई अड्डे के लिए रवाना किया जा रहा है।
मोरबी केबल पुल गिरने के घटनास्थल पर मौजूद गुजरात के पंचायत मंत्री बृजेश मेरजा ने बताया था कि 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और यह संख्या और अधिक हो सकती है। वर्तमान में बचाव अभियान जारी है और कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त सैकड़ों की तादाद में लोग पुल पर मौजूद थे।
नेवी और एयरफोर्स को भी बुलाया गया
वहीं, एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ टीम के साथ वायुसेना का विमान राहत कार्यों के लिए रवाना हो गया है। एक घंटे में दूसरा विमान भेजा जाएगा। जामनगर और आसपास के अन्य स्थानों में बचाव कार्यों के लिए हेलीकाप्टरों को तैयार रखा गया है। भुज और अन्य स्थानों से मोरबी के लिए गरुड़ कमांडो भेजे गए हैं। इसके साथी भारतीय नौसेना के 50 जवान भी मोरबी भेजे गए हैं।
पीएम मोदी ने घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया है। वहीं, घायलों को 50 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। गुजरात सरकार ने भी मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये की मदद का एलान किया है।
