हरिद्वार आपको बता दे की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संगठन जनपद हरिद्वार में एनएचएम कर्मियो द्वारा एक मीटिंग की गई जिसमें कहा कि विगत वर्ष राज्य स्थापना दिवस के दिन उत्तराखंड मुख्यमंत्री द्वारा यह घोषणा की गई की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारियों के द्वारा कोरोना काल में किये गये उत्कृष्ट कर्यो के लिए कर्मचारियों को ₹10000(दस हजार) एक मुश्त प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी लेकिन 1 वर्ष बीतने के बाद भी यह राशि अभी तक उपरोक्त कर्मियों को नहीं दी गई
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों को केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार को जो R.O.P भेजी गई है जिसमें कर्मियों के हितों के लिए उनका सर्विस रेसलाइजन महिला कर्मियों को मातृत्व अवकाश हरियाणा राज्य की भांति ग्रेड पे वेतनमान एवं 60 साल तक का सर्विस पीरियड रखना प्रमुख मांगे हैं जो कि अभी तक शासन प्रशासन में लंबित है इन सभी मांगों के लिए जब भी संगठन शासन प्रशासन से वार्ता या पत्राचार करता है तो संबंधित अधिकारी यह बात कहते हैं कि आपकी मांगे विचाराधीन है संगठन यह जानना चाहता है कि विगत वर्ष राज्य स्थापना दिवस के दिन कर्मचारियों के हितों के लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा पर अमल क्यों नहीं किया गया और उपरोक्त घोषणा को इन कर्मियों को क्यों नहीं दिया गया यदि इन मांगों के लिए शासन प्रशासन के अधिकारी इतना समय लेते हैं तो इन सब चीजों से जाहिर होता है कि विभाग या शासन इन कर्मियों का शोषण किस हद तक कर सकता है मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं हुई इसके प्रति एनएचएम कर्मचारियों में अत्याधिक रोष है
उन्होंने कहा कि अगर कल राज्य स्थापना दिवस पर हमारी लंबित मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 10 नवंबर को सभी एनएचएम कर्मचारी मांगो की प्रतियांओ की जिला स्तर व प्रदेश स्तर पर अग्नि में आहुति दी जाएगी तत्पश्चात कर्मचारि गण अपनी मांगों को लेकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव हर्ष सिंह रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रविंद्र कालरा ,NTEP के प्रदेश अध्यक्ष विनोद पैन्यूली टिहरी से देवेंद्र डबराल हरिद्वार से मीडिया प्रभारी स्वरूप सिंह पोखरियाल डॉक्टर शैलेंद्र डॉक्टर सौरभ अनिल नेगी तथा प्रदेश के समस्त जनपद के पदाधिकारी मौजूद रहे
