हरिद्वार : अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र पुरी के खिलाफ दर्ज मामला अब जांच की परिधि में पहुंच गया है. मामले की जांच हर की पैड़ी चौकी प्रभारी मुकेश थलेड़ी करेंगे. सामाजिक कार्यकर्ता जेपी बडोनी ने रविंद्र पुरी पर चंदे के पैसे का गबन करने का आरोप लगाया है।
आगामी जनवरी माह से जांच शुरू होने की संभावना,
हरिद्वारः प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे की जांच हर की पौड़ी चौकी प्रभारी मुकेश थलेड़ी को सौंपी गई है, चौकी प्रभारी के अवकाश पर होने के चलते कुछ दिन बाद यानी जनवरी माह में जांच शुरू हो सकेगी।
शहर कोतवाली पुलिस में सामाजिक कार्यकर्ता जेपी बडोनी ने रविंद्र पुरी के खिलाफ सिद्ध पीठ मंसादेवी को मिलने वाली चंदे की रकम का निजी इस्तेमाल करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है, आरोप है कि दान की रसीद भी नहीं काटी जा रही है।
हर की पौडी चौकी प्रभारी मुकेश थलेड़ी को सौंपी गई जांच ,
पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया है ,इस मामले की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करने के लिए कोतवाली हरिद्वार इंचार्ज ने मामले की जांच हर की पौड़ी चौकी इंचार्ज मुकेश थलेड़ी को सौंपी है, हालांकि, मुकेश थलेड़ी अभी अवकाश पर हैं।
उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच आगामी जनवरी माह से शुरू होगी, यदि जांच रिपोर्ट भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और अन्य लोगों के खिलाफ जाती है, तो उनकी मुश्किल बढ़नी तय मानी जा रही है।
कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला ने बताया कि मामले की जांच हर की पैड़ी चौकी प्रभारी मुकेश थलेड़ी को सौंपी गई है, उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी ,जो भी दोषी पाया जाएगा उसे किसी भी कीमत पर बक्सा नहीं जाएगा।
जानिए क्या है पूरा मामला:
पुलिस के मुताबिक, सामाजिक कार्यकर्ता जयप्रकाश (जेपी) बडोनी ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि महंतानी सरस्वती देवी के देहांत के बाद मंदिर का प्रबंध करने वाले चारों लोगों ने एक सार्वजनिक धर्मार्थ एवं पुण्यार्थ ट्रस्ट मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट नाम से बनाकर पंजीकरण 24 अक्तूर 1972 में सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के अंतर्गत कराया था, ट्रस्ट में कुल 13 लोग थे इसमें चार पदाधिकारी सदस्य बने, आरोप है कि श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने अध्यक्ष बनकर मंदिर में दान की रसीद पर अपनी फोटो छपवा ली, दिवंगत ट्रस्टियों के नाम पर दान चंदा एकत्र किया जा रहा है।
देखिए सामाजिक कार्यकर्ता ने क्या -क्या लगाए हैं आरोप ,
सामाजिक कार्यकर्ता जेपी बडोनी ने आरोप लगाया है कि मंदिर पर अवैध कब्जा कर करोड़ों रुपये के दान, कीमती आभूषण, अचल संपत्तियों के साथ ही बैंकों में पहले से जमा करोड़ों रुपये की धनराशि का निजी उपयोग हो रहा है, ट्रस्ट के लेटर पैड और अन्य प्रचार प्रसार के माध्यमों से शासन-प्रशासन और आम जनता को धोखा देने का भी आरोप लगाया गया है।
कोर्ट से आदेश जारी होने के बाद नगर कोतवाली पुलिस ने धारा 420, 419, 447, 448, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. सीओ सिटी मनोज कुमार ठाकुर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है,
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने आरोप को बताया निराधार, कहा – जांच में सब कुछ हो जाएगा साफ,
आपको बताते चलें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने इस मामले में कहा कि ये आरोप बिल्कुल निराधार और गलत हैं, जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा रही बात रसीदों पर फोटो लगाने की तो एक बात मैं बता दूं कि मां मनसा देवी मंदिर के नाम पर तमाम लोग श्रद्धालुओं से चंदे के नाम पर नकली रसीदों से वसूली करते आ रहे थे. मैं ट्रस्ट का अध्यक्ष हूं, तो इसलिए रसीदों पर फोटो छापी गई, हमारा पूरा पैसा समाज हित में लगता है, कोई निजी उपयोग नहीं होता है, उन्होंने कहा कि मंदिर के चंदे की जो रसीदें हैं, वो मुख्य कोषाधिकारी के यहां से जारी होती हैं।