डरबन।
श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के अंतरराष्ट्रीय संत स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान जी की पूजा करने या स्मरण करने मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इसमें तनिक भी संशय नहीं है। इसलिए हनुमान जन्मोत्सव पर सभी भक्तों को श्रद्धा और उल्लास के साथ हनुमत पूजन विधि विधान के साथ करना चाहिए।
शिवोपासना संस्थान डरबन साऊथ अफ्रीका एवं शिव उपासना धर्मार्थ ट्रस्ट, हरिद्वार के संस्थापक स्वामी राम भजन वन महाराज ने कहा कि प्रत्येक वर्ष चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन हनुमान जी का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि भारतीय पंचांग के अनुसार इस साल 05 अप्रैल दिन बुधवार को सुबह 09:19 बजे से चैत्र पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी और 06 अप्रैल दिन गुरुवार को सुबह 10:04 बजे इसका समापन होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर हनुमान जयंती 06 अप्रैल गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन व्रत रखा जाएगा और वीर बजरंगबली की पूजा की जाएगी।
स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन हनुमान की पूजा करने से या उनका स्मरण करने मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष यह पर्व 6 अप्रैल 2023, गुरुवार के दिन हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि सनातन धर्म में हनुमान जी को कलयुग के देवता के रूप में पूजा जाता है। माना जाता है कि इनकी उपासना करने से साधक को बल, बुद्धि, तेज, ऐश्वर्य, धन और सुख की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि और कष्टों में भी सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा का पाठ करने से संकट दूर हो जाते हैं।
