राजकुमार
हरिद्वार:-
प्रदेश में यू तो लगातार घोटालों पर घोटाले खुलते चले आ रहे हैं और लगातार घोटालेबाजो के उपर कार्यवाही भी हो रही है चाहे वह यूकेएसएसएससी घोटाला हो, कोरोना जाँच घोटाला हो, छात्रवृत्ति घोटाला हो, लाइब्रेरी घोटाला हो, या फिर नंदा गौरा योजना घोटाला हो, घोटालों में लिप्त भ्रष्ट अधिकारियों पर लगातार कार्यवाही भी हो रही है उत्तराखण्ड सरकार जहां एक ओर पर्यावरण को बचाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वही कुछ अधिकारियों की लापरवाही या मिलीभगत से सरकार का करोडों रुपए पानी में बहता नजर आ रहा है
आपको बता दें कि श्यामपुर क्षेत्र
मे वन विभाग की भूमि पर वन गुर्जरों ने पूर्ण रूप से अवैध कब्जा कर कर रखा है वन गुर्जरों ने वनों को काट काट कर अपना आशियाना बनाया हुआ है और लगातार जंगलों को क्षति पहुंचा रहे हैं इस संबंध में जब वन गुर्जरों से बात की गई तो उन्होने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें यहां से कोई नहीं हटा सकता क्योंकि हम अधिकारियों को लाखो रुपए महीना इकट्ठा करके देते है तभी तो इतने सालों तक हम यहां पर टिके हुए हैं
अब देखना यह है कि जहां सरकार वातावरण को बचाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वही विभाग की लापरवाही कहे या सा
अनदेखी की वजह से पर्यावरण दूषित होता नजर आ रहा है
