पुलिस की ओर से रविवार को कछुआ रेस का आयोजन किया गया था। अब इसी क्रम में जूनियर ट्रैफिक कॉप भी बनाई गई। इसके लिए पुलिस मॉडर्न स्कूल के आठवीं के छात्र अभय और 11वीं के छात्र प्रांजल को चुना गया।
सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत दून की सड़कों पर सोमवार को दो लिटिल सिंघम दिखाई दिए। यातायात और सीपीयू इंस्पेक्टर की वर्दी में ये दो बच्चे लोगों के आकर्षण का केंद्र बने।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों को यातायात के नियम बताए।
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इन बस बातों को उन्होंने लोगों को बताया। अधिकारियों के साथ मिलकर नियमों का पालन न करने वालों के चालान भी किए गए।
जागरूकता कार्यक्रम के तहत पुलिस विभिन्न तरह से यातायात का पाठ पढ़ा रही है। पुलिस की ओर से रविवार को कछुआ रेस का आयोजन किया गया था। अब इसी क्रम में जूनियर ट्रैफिक कॉप भी बनाई गई।
- इसके लिए पुलिस मॉडर्न स्कूल के आठवीं के छात्र अभय और 11वीं के छात्र प्रांजल को चुना गया।
- प्रांजल बने सीपीयू इंस्पेक्टर
- इनमें अभय को एक दिन का ट्रैफिक इंस्पेक्टर बनाया गया था। जबकि, प्रांजल सीपीयू इंस्पेक्टर बने थे।
घंटाघर पर एसएसपी अजय सिंह ने इस जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इन दोनों छात्रों का चयन भी एक प्रतियोगिता के आधार पर किया गया था।पुलिस मॉडर्न स्कूल में यातायात चिह्नों, संकेतों, नियमों के संबंध में जूनियर और सीनियर स्तर पर प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई थी । इसमें सीनियर वर्ग में प्रांजल और जूनियर वर्ग में अभय प्रथम आए थे।
इसके बाद इन्हें सोमवार को एक दिन का इंस्पेक्टर बनाया गया। इन दोनों छात्रों ने लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी। सड़कों पर खड़े ये दोनों वर्दी में खासे आकर्षण का केंद्र बने थे। इन्होंने लोगों को बताया कि किस तरह से यातायात नियमों की अनदेखी अपने और दूसरों के जीवन पर भारी पड़ सकती है।