मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम मंदिर को लेकर कहा कि इस धाम की मान्यता विश्वस्तर पर बढ़ रही है। उन्‍हाेंने कहा कि चारधाम की तर्ज पर आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी। यात्रा विकास प्राधिकरण में कैंची धाम समेत राज्य के सभी प्रमुख मंदिरों को शामिल किया जा रहा है। ऐसे में मंदिर पहुंचने वाले दर्शनार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए चारधाम की तर्ज पर आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की जाएगी। इस स्थल तक पहुंचने के लिए सड़क चौड़ीकरण के साथ ही नए मार्गों की संभावना भी तलाशी जा रही है। यात्रा विकास प्राधिकरण में कैंची धामसमेत राज्य के सभी प्रमुख मंदिरों को शामिल किया जा रहा है। इससे इन क्षेत्रों में सुविधाओं का विकास और तेजी से हो सकेगा। साथ ही 11 पार्किंग स्थल भी तेजी से विकसित हो रहे हैं। सीएम शनिवार को वानिकी प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में कुमाऊं मंडल के अधिकारियों संग बैठक कर रहे थे। बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए सीएम ने कहा कि 15 जून को कैंची धाम में मेला लगता है। इसका प्रबंधन बेहतर तरीके से हो सके, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। यात्रा विकास प्राधिकरण के बारे में सीएम ने कहा कि प्राधिकरण के जरिये कैंची धाम समेत राज्य के सभी प्रमुख मंदिर शामिल होंगे। इन मंदिरों के मार्गों में सड़क समेत अन्य व्यवस्थाओं का प्रबंधन किया जा सकेगा। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों से सुझाव भी देने को कहा है। चारधाम यात्रा को लेकर सीएम ने कहा कि यात्री सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। लगातार मानीटरिंग भी की जा रही है। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। एक सवाल के जवाब में कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर विपक्ष बेवजह भ्रम फैला रहा है, जबकि इस तरह की व्यवस्था में पक्ष-विपक्ष सभी को साथ मिलकर काम करना चाहिए। कांग्रेस के पास कुछ भी मुद्दे नहीं है। इसलिए अनर्गल बातें की जा रही हैं।   वहीं बैठक में सीएम ने बिजली, पानी सुविधाएं दुरुस्त किए जाने को लेकर कुमाऊं मंडल के अधिकारियों को निर्देशित किया। सीएम ने बैठक में कुमाऊं में बढ़ते पर्यटन को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण सड़क मार्गों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने काठगोदाम-देवीधुरा मार्ग की प्रगति जानी। काठगोदाम से गुलाबघाटी रोड की संभावना तलाशने के निर्देश दिए। भवाली-भीमताल बाईपास मार्ग के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। इन मार्गों से यातायात को व्यवस्थित करने में मदद मिलती है।

 

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