उत्तराखंड: प्रदेश में इस लोकसभा चुनाव में मतदाताओं ने राष्ट्रीय दलों पर ही भरोसा जताया। यही कारण रहा कि चुनाव में 55 में से 44 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। प्रदेश की पांच सीटों पर हुए चुनाव में मतदाताओं ने भाजपा व कांग्रेस के बाद नोटा (नन आफ द अबव-उपरोक्त में से कोई नहीं) पर ही भरोसा जताया। केवल टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट एकमात्र ऐसी सीट रही, जहां निर्दल बाबी पंवार 1.60 लाख से अधिक मत प्राप्त कर अपनी जमानत बचाने में सफल रहे। शेष सभी सीटों पर बसपा व निर्दल समेत अन्य प्रत्याशी बेदम रहे। प्रदेश में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा व कांग्रेस के साथ ही बसपा, गैर मान्यता प्राप्त पंजीकृत दलों और निर्दल प्रत्याशियों ने ताल ठोकी थी। यद्यपि, शुरुआती दौर से ही मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच सिमटा हुआ था नतीजों में भी यही नजर आया। टिहरी गढ़वाल संसदीय सीट को छोड़ शेष सभी सीटों पर दूसरे नंबर पर रहने वाले कांग्रेस प्रत्याशी के अलावा सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई। यद्यपि, हरिद्वार संसदीय सीट पर निर्दल उमेश कुमार ने 91 हजार मत प्राप्त कर जरूर कुछ संघर्ष दिखाया लेकिन वह भी जमानत बचाने में सफल नहीं हो पाए। साफ है कि जनता ने राष्ट्रीय दलों पर ही भरोसा जताया है। इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि जनता अब जागरूक हो गई है और वह प्रत्याशियों को देखकर ही मतदान करती है।

गढ़वाल व अल्मोड़ा में तीसरे नंबर पर रहा नोटा

प्रदेश की पांच सीटों पर हुए चुनाव में मतदाताओं ने भाजपा व कांग्रेस के बाद नोटा (नन आफ द अबव-उपरोक्त में से कोई नहीं) पर ही भरोसा जताया। यही कारण रहा कि प्रदेश की दो सीटों पर नोटा तीसरे स्थान पर रहा। तीसरे स्थान के लिए बसपा, नोटा व निर्दलीय में कड़ी टक्कर रही। प्रदेश के पांचों लोकसभा सीटों पर नजर दौड़ाएं तो एक सीट पर बसपा, दो पर नोटा और दो पर निर्दल ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया। भाजपा ने सभी पांचों सीटों पर जीत दर्ज की है। सभी सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही। इन सभी सीटों के शेष प्रत्याशियों के नतीजों पर नजर डालें तो नोटा इन सब पर भारी पड़ा है। अल्मोड़ा सीट पर भाजपा व कांग्रेस के बाद 16,697 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। चौथे स्थान पर बसपा प्रत्याशी को 9840 मत मिले। गढ़वाल लोकसभा सीट पर भी 11,224 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया। यहां नोटा तीसरे नंबर पर रहा। चौथे स्थान पर 4803 मत लेकर निर्दल प्रत्याशी रहे। नैनीताल सीट पर भी नोटा 10,425 मतदाताओं की पसंद बन चौथे स्थान पर रहा। टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट पर 7304 मतों के साथ नोटा चौथे स्थान पर रहा। यहां तीसरे स्थान पर निर्दल प्रत्याशी रहे। हरिद्वार सीट पर 6826 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया। नोटा यहां पांचवें स्थान पर रहा। यहां तीसरे और चौथे स्थान पर क्रमश: निर्दल व बसपा प्रत्याशी रहे। इससे यह भी साफ हो गया कि राष्ट्रीय दलों को छोड़ जनता ने नोटा पर ही अधिक भरोसा जताया।

 

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