उत्तराखंड: रानीखेत विधानसभा क्षेत्र के भतरौजखान के निकटवर्ती अदबौड़ा गांव में डायरिया ने पांव पसार लिए हैं। यहां चार-पांच दिन के भीतर लगभग 50 ग्रामीण उल्टी-दस्त की चपेट में आ गए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। चिकित्सा कर्मियों की टीम ने गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों का उपचार शुरू कर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार मैदानी क्षेत्रों से कुछ लोग गांव आए थे यहां से वापस लौटने के बाद वह भी उल्टी दस्त की चपेट में आ गए हैं। सीएमओ ने कहा कि सोमवार को टीम यहां पुन: कैंप लगाकर ग्रामीणों का उपचार करेगी। डायरिया प्रभावित अदबोड़ा गांव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ननिहाल है। अदबौड़ा गांव में ग्रामीणों के उल्टी-दस्त की चपेट में आने की सूचना रविवार को सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने स्वास्थ्य विभाग को दी। इस पर चिकित्सा कर्मियों की टीम ने गांव पहुंचकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। आशा कार्यकर्ती राधा रावत के अनुसार ग्रामीणों के उल्टी-दस्त की चपेट में आने की सूचना मिली थी। चपेट में आए ग्रामीणों में 12 बच्चे भी शामिल हैं। कुछ ग्रामीणों ने समीपवर्ती चिकित्सालय में उपचार भी कराया है। ग्रामीणों के अनुसार मैदानी क्षेत्रों से कुछ लोग गांव आए थे, यहां से वापस लौटने के बाद वह भी उल्टी दस्त की चपेट में आ गए हैं।