रुड़की सिविल अस्पताल में पंजीकृत कुत्ते काटने के मामले लोगों को हैरान कर रहे हैं। शुक्रवार को सिविल अस्पताल में कुत्ते के काटने के कुल 74 मामले दर्ज किए गए। कुत्ते वर्षों से वहीं रहते हैं और वहां से गुजरने वाले लोगों को अच्छी तरह पहचानते भी हैं। बावजूद इसके लोगों पर हमला कर रहे हैं।

रुड़की सिविल अस्पताल में पंजीकृत कुत्ते काटने के मामले लोगों को हैरान कर रहे हैं। कुत्तों के काटने की बढ़ी हुई संख्या पिछले कई दिनों से लगातार बरकरार है। इससे लोगों के अंदर कुत्तों के प्रति डर बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को सिविल अस्पताल में कुत्ते के काटने के कुल 74 मामले दर्ज किए गए। इनमें से दो लोगों को एंटी रेबीज इंजेक्शन के साथ ही सीरम भी लगाया गया। पिछले दिनों भीषण गर्मी के दौरान बढ़ी कुत्तों की आक्रमकता वर्षा की बौछार के बाद भी कम नहीं हुई। माना जा रहा था कि मानसून सीजन में कुत्तों की आक्रमकता कम हो जाएगी। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ। पिछले तीन दिनों में रुड़की सिविल अस्पताल में कुत्ते काटने के करीब 181 मामले दर्ज किए गए हैं। यह बढ़ा हुआ आकड़ा शहर से देहात तक के लोगों को चौका रहा है। इसकी वजह से लोगों में कुत्तों के प्रति डर भी बढ़ रहा है। इस संबंध में कई लोगों का कहना है कि अगर ऐसा ही रहा तो लोग कुत्ते पालने से कतराएंगे। उनका कहना है कि गली के चौक-चौराहों में मौजूद कुत्ते वर्षों से वहीं रहते हैं और वहां से गुजरने वाले लोगों को अच्छी तरह पहचानते भी हैं। बावजूद इसके लोगों पर हमला कर रहे हैं।

 

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