रुड़की/मंगलौर
रिपोर्ट: अर्जुन धारीवाल
हरिद्वार जिले की मंगलौर कोतवाली पुलिस ने कुछ दिन पूर्व आम के बाग में मिले युवक के शव का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने हत्या के मामले में मृतक युवक के दोस्त को गिरफ्तार किया है. दरअसल युवक को मौत के घाट उतारने वाला कोई और नहीं बल्कि उसी का दोस्त निकला. जिसने नशा और पैसों के लेनदेन के चलते अपने ही दोस्त की गोली मारकर हत्या की गई थी. आरोपी के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक तमंचा और एक खोखा कारतूस भी बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है.
मंगलौर कोतवाली पुलिस को बीती 28 जून को झबीरन गांव के आम के बाग में एक व्यक्ति की गोली मार कर हत्या करने की सूचना मिली थी. इस सूचना पर एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ मंगलौर विवेक कुमार और मंगलौर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक द्वारा मय फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मौका मुआयना किया गया. साथ ही परिजनों और ग्रामीणों को समझाते हुए घटनास्थल से साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की गई. वहीं शव की पहचान कपिल सैनी पुत्र संजय सैनी निवासी ग्राम कुरडी थाना मंगलौर के रूप में हुई. वहीं युवक की हत्या के मामले में 29 जून को वादी संजय सैनी पुत्र बलवीर सिंह निवासी ग्राम कुरडी की तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा एसपी देहात व सीओ मंगलौर को टीम गठित करते हुए घटना के जल्द खुलासे के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. इसके बाद पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल व आसपास के एवं ग्राम झबीरन व कुरडी में लगे अनेकों सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला गया. पुलिस टीम द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया. पुलिस की पड़ताल में जानकारी मिली कि मृतक अंतिम बार अपने दोस्त अंकित कुमार के साथ एक मोटरसाइकिल पर जाते हुए देखा गया और उनके साथ एक अन्य लड़का भी था.
इसके बाद पुलिस टीम ने मुखबिर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर आरोपी अंकित कुमार पुत्र सहन्सरपाल निवासी ग्राम झबीरन को मंगलौर-लंढौरा रोड से दबोचने में सफलता हासिल की. पुलिस टीम ने आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा 315 बोर मय खोखा कारतूस बरामद किया गया.
आरोपी द्वारा पुलिस पूछताछ में बताया गया कि उसका मृतक (कपिल) के साथ पैसे और नशे को लेकर विवाद था. कपिल बार-बार नशा लाने के लिए अंकित से कहता था और समय-समय पर पैसे भी मांगता था. कपिल की रोज-रोज की पैसे और नशे की जिद से बेहद परेशान होकर अंकित द्वारा कपिल का फोन उठाना भी बंद कर दिया गया था. जिस कारण एक दिन कपिल द्वारा अंकित को अपशब्दों के साथ देख लेने की धमकी दी, इससे आहत होकर अंकित ने कपिल को रास्ते से हटाने का मन बना लिया, घटना वाले दिन अंकित कपिल के लिए नशा लेकर आया और जब कपिल को काफी नशा हो गया तो उसके लिए खाना लेने का बहाना करके गया और वापस आने पर जब कपिल सो रहा था तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी
मृतक कपिल व अंकित आपस में अच्छे दोस्त रहे हैं, दोनों नशा करने के भी आदी थे. अंकित कुमार वर्ष 2016 में 307 के मुकदमे में थाना कनखल से जेल जा चुका है, जबकि थाना झबरेड़ा के चोरी के एक मुकदमे में दोनों साथ में जेल भी जा चुके हैं.