हरिद्वार लक्सर: गुरुकुलम आश्रम में शिक्षा ग्रहण कर रही दो बालिकाओं के आश्रम से भागकर नेतवाला सैदाबाद गांव पहुंचने का मामला सामने आया है। ग्रामीण की सूचना पर पुलिस ने दोनों बालिकाओं को बरामद कर लिया है। बालिकाओं ने आश्रम प्रबंधन पर मारपीट का आरोप लगाया है। बालिकाओं का कहना है कि आश्रम में उनसे अन्य कार्य भी कराए जाते थे। जबकि आश्रम प्रबंधन ने इन सभी आरोपों से इन्कार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

लक्सर कोतवाली क्षेत्र के सुंडाखेड़ा गांव स्थित गुरुकुलम आश्रम में निराश्रित और निर्धन बालिकाएं शिक्षा ग्रहण करती हैं। आश्रम में वर्तमान में 36 बालिकाएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। लक्सर के अलावा अन्य प्रदेशों की बालिकाएं भी यहां शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। शुक्रवार सुबह आश्रम में शिक्षा ग्रहण कर रहीं दो नाबालिग बालिकाएं आश्रम से भाग गईं और निकटवर्ती नेतवाला सैदाबाद गांव पहुंच गई। बालिकाओं को सड़क पर अकेला डरा सहमा देख एक ग्रामीण उन्हें अपने घर ले गया और पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस बालिकाओं को कोतवाली लेकर आई। आश्रम के प्रबंधक को भी कोतवाली में बुलाया गया। 10 वर्षीय बालिका दिल्ली और 15 वर्षीय बालिका मुजफ्फरनगर निवासी बताई गई हैं। बालिकाओं के स्वजन को भी जानकारी दे दी गई है। सूचना पर मुजफ्फरनगर निवासी बालिका के स्वजन कोतवाली पहुंचे और बालिका को अपने साथ ले गए। जबकि दिल्ली निवासी बालिका के स्वजन कोतवाली नहीं पहुंचे थे। कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक मनोज गैरोला ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अभी तक कोई लिखित तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। उधर, आश्रम प्रबंधक अर्जुन का कहना है कि दिल्ली निवासी बालिका अभी दो माह पूर्व ही आश्रम में आई थी। उसका यहां मन नहीं लग रहा था। जिस कारण वह शुक्रवार सुबह दूसरी बालिका को अपने साथ लेकर आश्रम से निकल गई। बालिकाओं के साथ मारपीट के आरोप पूरी तरह गलत हैं।

 

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