मंगलौर: प्रयागराज निवासी युवक को बंधक बनाकर पीटने और निर्वस्त्र करने के मामले की मास्टरमाइंड उसकी ही महिला मित्र निकली। उसकी महिला मित्र प्रतिभा सिंह ने उसे 10 जुलाई की रात मंगलौर बुलाया था। एसएसपी ने प्रकरण की तह तक जाने के लिए कई टीमें गठित की थीं। प्रतिभा को लगा कि कृष्णराज मालदार है और उसने अपने दोस्तों संग मिलकर योजना बनाई।
मंगलौर: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज निवासी युवक को बंधक बनाकर पीटने और निर्वस्त्र करने के मामले की मास्टरमाइंड उसकी ही महिला मित्र निकली। उसने युवक को लूटने के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात की योजना बनाई थी। पुलिस ने महिला और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार सुबह मंगलौर कोतवाली में प्रयागराज के थाना हंडिया के ग्राम ब्यूर निवासी कृष्णराज सिंह ने तहरीर देकर बताया था कि उसकी महिला मित्र प्रतिभा सिंह ने उसे 10 जुलाई की रात मंगलौर बुलाया था। यहां से वह प्रतिभा और उसके भाई के साथ कार से ऋषिकेश के लिए निकला। रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने उसे लूट लिया और प्रतिभा व उसके भाई का अपहरण कर लिया। इस घटनाक्रम के दौरान बदमाशों ने उसे जंगल में ले जाकर पीटा और निर्वस्त्र कर वीडियो बना ली। महिला मित्र को छोड़ने के लिए उन्होंने युवक से पांच लाख रुपये की मांग की।
एसएसपी ने प्रकरण की तह तक जाने के लिए कई टीमें गठित की थीं।
शुक्रवार को इसका पर्दाफाश करते हुए एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह ने बताया कि प्रतिभा ने ही साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने रुड़की के ढंडेरा अशोक नगर निवासी प्रतिभा सिंह और उसके एक साथी लक्सर के ग्राम हुसैनपुर निवासी शुभम को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित प्रतिभा ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि इसी वर्ष दो जुलाई को वह एक फाइनेंस कंपनी में साक्षात्कार के लिए दिल्ली गई थी। वहां उसकी मुलाकात कृष्णराज से हुई। एटीएम से पैसे निकालते समय कृष्णराज ने उसकी मदद की थी। एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे थे। ऐसे में कृष्णराज ने उसे 500 रुपये नकद दिए और उसने गूगल-पे से उसे पैसे वापस किए। इसी दौरान कृष्णराज ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया और फिर दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी। कृष्णराज ने उसे बताया कि वह कोर्ट के साथ ही राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के पास एटीएम में भी काम करता है। इससे प्रतिभा को लगा कि कृष्णराज मालदार है। उसने यह बात रुड़की में अपने दोस्तों सौरभ, शुभम, दीपक, अर्जुन व कार्तिक को बताई। इसके बाद उन्होंने कृष्णराज को फंसाने के लिए योजना बनानी शुरू कर दी। प्रतिभा ने तय किया कि कृष्णराज को किसी बहाने से रुड़की बुलाएंगे। इसके बाद प्रतिभा के दोस्त उसे व कृष्णराज को बंधक बनाकर किसी सुनसान जगह पर ले जाएंगे और रुपयों की मांग की जाएगी। यह भी तय किया गया कि प्रतिभा व कृष्णराज का एक वीडियो बनाकर उसको धमकी देकर रुपयों की वसूली की जाएगी। इसी योजना के तहत 10 जुलाई को उसने कृष्णराज को मंगलौर बुलाया और ऋषिकेश घूमने की योजना बनाई।
पुलिस को गुमराह करने के लिए पहले से बनाई थी योजना
आरोपितों ने पूछताछ के दौरान बताया कि आपस में बातचीत के लिए एक साथी का नाम दाऊद रखा, ताकि पुलिस यह समझे कि वारदात में मुस्लिम युवक शामिल था। घटना वाले दिन कृष्णराज बस से मंगलौर पहुंचा। प्रतिभा उसे लेने के लिए सौरभ के साथ एक कार में रवाना होने लगी। तभी अर्जुन, दीपक, कार्तिक और शुभम ने कार रुकवा ली। शुभम और अर्जुन पीछे वाली सीट पर बैठ गए। कार सौरभ चला रहा था। इसके बाद सभी भगवानपुर हाईवे से पनियाला होते हुए अकबरपुर, झबरेड़ी, झबरेड़ा होते हुए मंगलौर-झबरेड़ा मार्ग पर पहुंचे। यहां कार का पेट्रोल खत्म हो गया। इसके बाद शुभम गाड़ी से उतरकर पेट्रोल लेने गया। इसके बाद प्रतिभा और सौरभ कार में बस अड्डे पहुंचे, जबकि अन्य आरोपित बाइक में सवार होकर निकले। प्रतिभा ने कृष्णराज से सौरभ का परिचय अपने भाई के रूप में कराया था। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल बाइक, कृष्णाराज का बैग, लूटे गए एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। घटना में प्रयुक्त कार भी प्रतिभा के किसी दोस्त की बताई जा रही है। प्रतिभा रुड़की में रामनगर के पास स्थित एक शापिंग माल में नौकरी करती है। वह परिवार से अलग किराये पर कमरा लेकर रहती है। पुलिस अब उसके दोस्तों के बारे में जानकारी जुटा रही है।