उत्तराखण्ड में चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है, कोविड महामारी औऱ कुंम्भ में हुई किरकिरी से बचने के लिए नेताओ से लेकर अधिकारियों तक का परफॉर्मेंस डाटा केंद्र ने तलब किया हुआ है,
उत्तराखण्ड की कमान भाजयुमो से जुड़े रहे नवनियुक्त मुख्यमंत्री के हाथ मे देकर जँहा प्रदेश के युवाओं में उत्साह का संचार करने की कोशिश की गई तो वंही अब प्रदेश के क्षेत्रीय एवं रणनीतिक संतुलन को साधने हेतु उत्तराखंड से एक सांसद को केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में मंत्री पद दिया जा सकती है।
सूत्रों से पता चला है कि इस कड़ी में अनिल बलूनी, अजयभट्ट के साथ साथ तिरथसिंह रावत के नाम पर विचार हो रहा है, कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि केंद्र में वर्क-परफॉर्मेंस उम्र एवं स्वास्थ कारणों के आधार पर कुछ सांसदों की मन्त्रि पद से छुट्टी तो कुछ का कद बढ़ाया जा रहा है, खाली हो रहे पदो पर दुुसरेे सांसदों को मौका दिया जा रहा है