हरिद्वार,
उत्तराखंड राज्य के ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में स्वरोजगार की तलाश करने वाले पलंबर, बिजली मिस्त्री, पुताई वाले, राजमिस्त्री, असंगठित क्षेत्र के दैनिक मजदूर श्रमिकों को सरकार के संरक्षण में उनके स्वरोजगार सुनिश्चित करने के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए श्रमिक कल्याण परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा की अगुवाई में समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा की अध्यक्षता में चंद्रचार्य चौक स्थित कार्यलय पर बैठक आहूत की गई। बैठक के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, श्रम- स्वरोजगार मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को ईमेल के माध्यम से असंगठित क्षेत्र के दिहाड़ी मजदूरों को सरकार के संरक्षण में रोजगार गारंटी के साथ न्यूनतम वेज निर्धारित कर श्रम विभाग के माध्यम से स्वरोजगार दिए जाने की मांग को दोहराया।
वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा ने कहा कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से बेरोजगारी चरम पर है, ऐसे में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को यदि राज्य सरकार के संरक्षण में रोजगार दिए जाने की पहल की जाती है तो उससे एक व्यवस्था भी बनेगी और एक नई पहचान के साथ असंगठित क्षेत्र का मजदूर अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए अपने परिवार के आजीविका को बगैर किसी कठिनाई के संचालित कर सकेगा।
