हरिद्वार।
पंचायती अखाड़ा निरंजनी में हर्षोल्लास के साथ सूक्ष्म रूप से मनाई गई श्री कृष्ण जन्माष्टमी। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एंव पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापरयुग में धरती पर जन्म लिया था।
भगवान विष्णु के पूर्ण अवतार है श्रीकृष्ण : श्रीमहंत रविंद्रपुरी
भगवान श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के पूर्ण अवतार हैं। श्रीकृष्ण ने अपने जीवनकाल में बहुत बड़े कार्य किए हैं। उनका मकसद जनकल्याण और लोगों को शिक्षित करना था। अखाड़े में विधि विधान के साथ पूजन कर विश्व कल्याण की कामना की गई। पूजन में गंगोत्री धाम के रावल शिवप्रकाश भी शामिल हुए।
महंत रविंद्रपुरी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार सूक्ष्म रूप से श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई है। अखाड़े में झांकियां नहीं लगाई गई। केवल अखाड़ा और मंदिर की भव्य रूप से सजावट कर विधि विधान के साथ पूजन किया गया। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण को श्रीहरि का आठवां अवतार कहा जाता है। धरती पर जन्म लेने के बाद कृष्ण अवतार में उन्होंने बहुत सी लीलाएं की।
महंत रामरतन गिरि महाराज ने कहा कि कान्हा से लेकर द्वारकाधीश श्रीकृष्ण बनने तक भगवान श्रीकृष्ण ने बहुत कठिन सफर तय किया। श्रीकृष्ण के हर काम के पीछे जनकल्याण की मंशा और संसार के लिए एक संदेश छिपा रहता था। रावल शिवप्रकाश ने कहा कि हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कन्हैया के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।