सहरसा।
संवादाता: सुभाष चन्द्र झा
बटोही द्वारा मिथिला विभूति ‘पूर्व मीमांसा तथा अद्वैत वेदान्त दर्शन’ के प्रवर्तक, महान दार्शनिक आचार्य मंडन मिश्र तथा उनकी अर्द्धांग्नि विदुषी भारती की स्मृति में तथा भारतीय कला, संस्कृति तथा दर्शन के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए ‘भारती मंडन दर्शन रत्न सम्मान’ का शुभारंभ किया गया है।

2021 का ‘भारती मंडन दर्शन रत्न सम्मान’ प्रसिद्ध दार्शनिक तथा भारतीय कला एवं विद्या परंपरा के ज्ञाता प्रो. रजनीश शुक्ल, वाराणसी को प्रदान किया जा रहा है । प्रो. शुक्ल मूल रूप से सपूर्णनन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के दर्शनशास्त्र विभाग के आचार्य हैं। कई राष्ट्रीय संस्थान का नेतृत्व करते हुए उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा एवं सांस्कृतिक नीति के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
महोत्सव का उद् -घाटन समारोह माता सीता(वैदेही) और श्रीराम के स्वयंवर पावन दिवस ‘विवाह पंचमी ’ 8 दिसंबर , 2021 के दिन डॉ. आलोक रंजन, माननीय मंत्री कला, संस्कृति एवं युवा विभाग , बिहार सरकार के कर कमलों द्वारा किया जायगा।
इस अवसर पर संयोजन समिति के सदस्य तथा शहर के प्रमुख कलाकारों में आरती कुमारी , नितीश कुमार,आकाश कुमार, पंकज कुमार , डॉ जैनेन्द्र श्रीमंत , हरि शंकर गुप्ता , सुभाष चंद्र तथा दीपक कुमार आदि उपस्थित थे।
