भारत के केंद्रीय दवा प्राधिकरण( DCGI) की विशेषज्ञ समिति (SEC) ने 12 से 18 साल के बच्चों के लिए कुछ शर्तों के साथ बायोलाजिकल ई के कोरोना टीके ‘कोर्बेवैक्स’ का आपात इस्तेमाल करने की मंजूरी देने की सिफारिश की। कॉर्बीवैक्स वैक्सीन हैदराबाद की कंपनी बायलॉजिकल-ई ने बनाई है। सूत्रों ने बताया कि ‘केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोरोना पर विषय विशेषज्ञ समिति ने बायोलाजिकल ई के आवेदन पर विचार विमर्श किया और कुछ शर्तों के साथ मंजूरी देने की सिफारिश की। इस सिफारिश को अंतिम मंजूरी के लिए डीसीजीआइ को भेजा गया है।

28 दिनों का अंतराल है जरूरी

सूत्रों ने बताया कि सरकार ने अबतक 15 साल से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण करने पर फैसला नहीं लिया है। भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने पहले ही वयस्कों के लिए कोर्बेवैक्स के आपात आधार पर इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। हालांकि अभी इसे टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं किया गया है। यह टीका मांसपेशियों में लगाया जाता है। यह दो डोज की वैक्सीन है जिसे 28 दिनों के अंतराल पर लेनी होगी। 15-18 आयु वर्ग के 1.5 करोड़ किशोरों का पूर्ण टीकाकरण हुआ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के 1.5 करोड़ से अधिक किशोरों का कोरोना वायरस के विरुद्ध पूर्ण टीकाकरण हो गया है।

मांडविया ने ट्वीट किया,’युवा भारत पूरे जोश से इस महामारी का मुकाबला कर रहा है। 15 से 18 साल तक के आयुवर्ग के डेढ़ करोड़ से अधिक किशोरों का अब पूर्ण टीकाकरण हो गया है।’ बता दें कि  इस आयुवर्ग की अनुमानित आबादी 7.4 करोड़ है। इनमें से 70 प्रतिशत को पहली डोज लगा दी गई है।

 केंद्र सरकार को कोर्बेवैक्स वैक्सीन की पहली खेप आज मिल जाएगी। इसके साथ ही अब 12 से 18 साल के बच्चों के लिए नई वैक्सीन मिल जाएगा। अभी 15 से 18 साल तक के बच्चों को कोवाक्सिन की डोज दी जा रही है। बायोलॉजिकल कंपनी के ऑर्डर के अनुसार पहली खेप के तहत 30 करोड़ डोज दी जाएंगी। ड्रग्स कंट्रोलर अथॉरिटी ऑफ इंडिया की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने 12 से 18 साल तक के बच्चों को ये वैक्सीन लगाने की सिफारिश की है।

https://ullekhnews.com/?p=13210पुलिस द्वारा पति पत्नी के बीच कराए गए; 46 पत्रावली पर हुई सुनवाई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *