देशभर की सभी 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में अंडरग्रैजुएट कोर्सेज में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) जरूरी होगा। यूजीसी का कहना है कि इन यूनिवर्सिटी में यूजी एडमिशन सिर्फ CUCET के आधार पर होंगे। वहीं, जो स्टेट यूनिवर्सिटी या प्राइवेट यूनिवर्सिटी CUCET को अपनाना चाहते हैं, वे इस एंट्रेंस टेस्ट के स्कोर के साथ साथ 12वीं के अंकों को भी आधार बना सकते हैं। सोमवार को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) के चेयरपर्सन प्रो एम जगदीश कुमार ने कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत देशभर की सेंट्रल यूनिवर्सिटी में CUCET के आधार पर ही यूजी एडमिशन होंगे।

क्या है  CUET पैटर्न 

चेयरमैन ने कहा कि छात्रों के इस नए पैटर्न की परीक्षा में छात्रों को मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन का जवाब देना पड़ेगा और यह टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड होगा. जिसका मतलब है कि छात्र कॉपी पर अपने सवाल का हल कर कंप्यूटर में टिक मार्क करेंगे.

इस तरीके से परीक्षा देने पर हर क्षेत्र के बच्चों को बराबर का अवसर मिले ये UGC कैसे सुनिश्चित कर सकता है. इस सवाल के जवाब में चेयरमैन डॉक्टर जगदीश कुमार ने कहा कि प्रवेश परीक्षा के दौरान हम ध्यान रखेंगे कि बच्चें अपनी मात्र भाषा में भी परीक्षा दे पाएं. ऐसा करने से उन्हें सवाल समझने में आसानी होगी और हर किसी को प्रवेश परीक्षा देने का समान अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि CUCET 13 भाषाओं में कंडक्ट किया जाएगा. जिसमें एक अंग्रेज़ी और 12 मात्र भाषाएं होंगी.

उनसे पूछा गया कि देश में अब भी ऐसे कई राज्य हैं जहां बच्चों को कंप्यूटर चला पाने का अवसर नहीं मिला है. ऐसे में उसे अचानक टेस्ट के लिए बैठा दिया जाना बच्चे के लिए चैलेंजिंग हो सकता है. इस मामले को लेकर UGC ने क्या सोचा है. जवाब में उन्होंने कहा कि CUCET परीक्षा में पार्टिसिपेट करने के लिए किसी बच्चे को कंप्यूटर ऑपरेट करना आए ये जरूरी नहीं है. बच्चों को बस टिक मार्क करना है जो काफी आसान है. हालांकि नेगेटिव मार्किंग भी होगी.

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