कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से लोगों के बीमार होने के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग हरकत में आता नजर आ रहा है। विभाग ने खाद्य सामग्री विक्रेताओं की दुकानों पर फूड लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन नंबर को डिस्प्ले करने को अनिवार्य कर दिया है। साथ ही बड़े व्यापारियों की दुकानों और होटलों में फूड सेफ्टी डिस्प्ले बोर्ड लगाने को भी जरूरी किया है।
नवरात्र के पहले दिन कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने पर श्यामपुर, हरिद्वार सहित कई स्थानों पर करीब 125 लोग बीमार हो गए थे। कुट्टू का आटा खाने से बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य मंत्री सहित कई नेताओं और अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर बीमार लोगों का हालचाल जाना था।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस पाल ने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। खाद्य सामग्री विक्रेताओं की दुकानों पर फूड सेफ्टी लाइसेंस लगाए जाने को अनिवार्य कर दिया गया है। बड़े व्यापारियों की दुकानों और होटलों में फूड सेफ्टी डिस्पले बोर्ड को अनिवार्य किया गया है।
फूड सेफ्टी डिस्पले बोर्ड पर फोन नंबर और फूड लाइसेंस का नंबर भी डिस्प्ले करना होगा। यदि कोई इन नियमों का पालन करता नहीं पाया गया तो विभाग उस पर सख्त कार्रवाई करेगा। इस संबंध में पहले व्यापारियों और खाद्य पदार्थ विक्रेताओं को जागरूक भी किया जाएगा।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस पाल ने बताया कि जिले में करीब दो हजार लोगों को फूड लाइसेंस जारी किए गए हैं। साथ ही पांच हजार खाद्य सामग्री के छोटे विक्रेताओं का खाद्य सुरक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन किया गया है। इन व्यापारियों को भी अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डिस्प्ले करना होगा।
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