हमास द्वारा दो अमेरिकी बंधकों को रिहा करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह इजरायल पर अचानक हमले के दौरान अपहृत दो अमेरिकी बंधकों को हमास द्वारा रिहा करने के बाद बहुत खुश थे।
उन्होंने कहा कि, अमेरिकियों की सुरक्षा से बढ़कर मेरी कोई प्राथमिकता नहीं है।
इजरायल और और फिलिस्तीन के बीच यह विवाद कोई नया नहीं है यह पहले भी हो चुका है। सबसे पहले हम इसकी भूगोलीय स्थिति के बारे में समझते हैं।
दरअसल इजरायल के पूर्वी और दक्षिण-पश्चिम हिस्से में दो अलग-अलग क्षेत्र मौजूद हैं। पूर्वी हिस्से में वेस्ट बैंक और दक्षिण-पश्चिम हिस्से में एक पट्टी है, जिसे गाजा पट्टी के तौर पर जाना जाता है। वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी को ही फलस्तीन माना जाता है। हालांकि, वेस्ट बैंक में फिलिस्तीन नेशनल अथॉरिटी सरकार चलाती है और गाजा पट्टी पर हमास का कब्जा है, जो इजरायल विरोधी एक चरमपंथी संगठन है।
इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, हमास के हमले में अब तक 1400 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि इजरायली सेना की जवाबी कार्रवाई में 4,137 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। इस बीच, रूस ने अपने नागरिकों के लिए इजरायल, लेबनान, जॉर्डन और फलस्तीन के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए चेतावनी जारी की है। रूस ने इन देशों में अपने नागरिकों को यात्रा न करने की सलाह दी है।
बंधको की रिहाई की तत्काल मांग
इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन और विभिन्न देशों के राजदूतों और राजनयिकों ने बंधकों की तत्काल रिहाई और इंटरनेशन रेडक्रास को उनसे मिलने की अनुमति देने की अपील की है। कोहेन ने एक बयान में बताया कि इजरायल की सर्वोच्च प्राथमिकता में बंधक मामला है। इजरायली विदेश मंत्री का यह बयान उन देशों के राजदूतों के साथ बैठक के बाद आया, जिनके नागरिकों को हमास द्वारा बंधक बनाया गया है।
न्यूयार्क में निकाली गई रैली
अमेरिका के न्यूयार्क शहर के टाइम्स स्क्वायर में रैली निकालकर हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई की मांग की गई। गाजा में बंधक बनाए गए कुछ लोगों की तस्वीरों के साथ प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बंधकों की सुरक्षित वापसी की मांग को लेकर नारे भी लगाए गए। रैली में कुछ ऐसे लोग भी शामिल रहे, जिनके प्रियजन हमास की कैद में हैं।
