रूडकी।
अर्जुन धारीवाल
हरिद्वार के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में वन माफियाओ के हौसले बुलंद है
उद्यान विभाग व पुलिस प्रशासन ने मंगलोर क्षेत्र के हरे-भरे पेड़ों को वन माफियाओं के हवाले कर दिया है। माफिया हरे-भरे पेड़ों पर खुलेआम आरिया चलाकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
अधिकारी आम तो आम लकडियों के भी दाम वसूलने में लगे हुए हैं, जिस कारण मंगलोर क्षेत्र की अबो-हवा दिन प्रतिदिन खराब हो रही है। पुलिस भी वन माफिया की ओर से अपनी आंखें बंद किए हुए है। भरे भरे पेड़ों के काटन के कारण लोगों में संबंधित विभागों के खिलाफ भारी रोष पनप रहा है।
देश के साथ ही दुनिया भर में पर्यावरण को संरक्षित व सुरक्षित रखने के लिए सरकारों द्वारा अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। मंगलौर क्षेत्र में लंबे समय से हरे भरे फलदार पेड़ों का कटन दिन प्रतिदिन जारी है। वन माफिया द्वारा मंगलौर क्षेत्र के फलदार पेड़ों के सीने पर खुलेआम आरिया चलाई जा रही है। वन माफिया व उद्यान विभाग के अधिकारियों को लकड़ियो के दाम देकर धड़ल्ले से फलदार वृक्षों का कटान कर रहे हैं।
पुलिस की कहानी भी उद्यान विभाग से मेल खाती है, जिस कारण मंगलौर क्षेत्र के बागों में बाहर नहीं है और पर्यावरण दिन प्रतिदिन खराब हो रहा है।
मंगलौर क्षेत्र की बात कर तो वन माफिया रात के अंधेरे में फलदार वृक्षों को ठिकाने लगाने में लगे हुए हैं। वहीं दिन में भी वन माफिया द्वारा परमिट की आड़ में फलदार वृक्षों का कटान किया जा रहा है। मंगलोर कोतवाली के आसपास ही वन माफिया द्वारा दर्जनों बाग पूरी तरह से नाश्तो नाबूत कर दिए हैं। इसके अलावा राजबाहे के पास भी करीब आधा दर्जन हरे-भरे बगीचों पर आरिया चल चुकी है। वहीं ईदगाह रोड, लिब्बरहेड़ी रोड, पीरपुरा रोड के अलावा अन्य स्थान से भी फलदार वृक्षों का कटान किया गया है। मंगलोर क्षेत्र में आए दिन वन माफिया के निशाने पर फलदार वृक्ष है, जिस कारण मंगलौर की आबो-हवा दिन प्रतिदिन खराब हो रही है।
दर्जनों की संख्या में हरे फलदार बाग पूरी तरह से साफ होने के बाद उद्यान विभाग की कुंभकरनी नींद नहीं खुल रही है और कार्रवाई के नाम पर अभी तक उद्यान विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिस कारण वन माफियाओं के हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद हो रहे हैं और वह फलदार वृक्षों के सीने पर आरियां चलाने में जरा भी झिझक नहीं रहे हैं। आम जनता द्वारा कई बार पुलिस प्रशासन को भी मंगलोर क्षेत्र में हो रहे अवैध फलदार वृक्षों के कटान की जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस का रवैया भी ढुल मुल ही रहा है, जिस कारण मंगलोर में बचे दो चार बगीचे भी वन माफियाओं की रडार पर है। मंगलोर क्षेत्र की बात करें तो यहां पर एक कहावत चर्चा में है की आम तो आम अधिकारी लकड़ियो के भी दाम वसूल रहे हैं।
इस संबंध में उद्यान विभाग के एडीओ नरेश कुमार सिंह का कहना है कि उन्हें यदि कोई शिकायत मिलेगी तो वह कार्रवाई करेंगे। उनके पास पुलिस फोर्स नहीं है, जिस कारण वह घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाते हैं। मामले संज्ञान में आने के बाद कार्रवाई होगी।