पीएम मोदी पंजाब से: लोकसभा चुनाव के अभी दो चरणों की वोटिंग बाकी है। ऐसे में पीएम मोदी गुरुवार को पंजाब के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने पटियाला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को लेकर कांग्रसे पर तीखा हमला किया। पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि अगर वो 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के समय देश के पीएम होते, तो पाकिस्तानी सैनिकों की रिहाई के बदले में करतारपुर साहिब को पाकिस्तान से वापस ले लेते। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, “यही कांग्रेस है, जिसने सत्ता के लिए देश का बंटवारा किया, और बंटवारा भी ऐसा किया कि हमें दूरबीन से करतारपुर साहिब के दर्शन करने पड़ते थे। मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं कि जब बांग्लादेश की लड़ाई हुई तो पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा जवान सरेंडर कर चुके थे, हुकुम का पत्ता हमारे हाथ में था। अगर उस समय मोदी होता तो मैं इनसे करतारपुर साहिब लेकर रहता उसके बाद ही जवानों को छोड़ता।” पीएम मोदी ने आगे कहा कि वे वोट के लिए नहीं बल्कि दबे-कुचले लोगों को नागरिकता देने के लिए नागरिकता संशोधन कानून लाए हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा, “इंडिया गठबंधन के लिए सबसे बड़ा लक्ष्य अपने वोट बैंक को खुश करना है। मोदी विभाजन से पीड़ित दलित और सिख भाई-बहनों को सीएए कानून के तहत भारतीय नागरिकता दे रहे हैं। ये लोग (इंडिया गठबंधन) सीएए का विरोध करते हैं, इसके नाम पर दंगे कराते हैं।” जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने अपने गुरुओं को धोखा दिया, वे पंजाब का विकास नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, “पंजाब में, दिल्ली की ‘कट्टर’ भ्रष्ट पार्टी और एक अन्य पार्टी जो सिख दंगों की दोषी है, एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने का नाटक कर रही हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि ‘पंजा’ और ‘झाड़ू’ दो पार्टियां हैं, लेकिन वो एक ही दुकान से हैं।” पीएम मोदी ने आगे कहा कि पंजाब को इनसे सतर्क रहना है। जो लोग अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा दे सकते हैं, एक दिन में 10 बार झूठ बोल सकते हैं, वे ना तो पंजाब का विकास कर सकते हैं और ना ही आपके बच्चों के भविष्य के लिए कुछ छोड़ सकते हैं।”

 

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