कंगना रणौत के थप्पड़ कांड के बाद न सिर्फ सियासत, बल्कि किसानों के बीच भी मामला गरमा गया है. CISF महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर द्वारा कंगना को थप्पड़ मारने के बाद वैसे तो उसे निलंबित कर दिया गया है, लेकिन ये सवाल तो पैदा हो रहा है कि क्या सुरक्षाकर्मियों के बीच भी लोग सुरक्षित हैं. इसी को लेकर कंगना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अपराध को लेकर कहा कि हर दुष्कर्मी, हत्यारा या चोर हमेशा अपराध करने के लिए एक मजबूत भावनात्मक, शारीरिक, मनोवैज्ञानिक या वित्तीय कारण होता है. कंगना ने कहा कि कोई भी अपराध बिना किसी कारण के नहीं किया जाता, लेकिन उनको दोषी ठहराया जाता है, सजा सुनाई जाती है, जेल में डाला जाता है. कंगना ने आगे कहा कि यदि आप अपराधियों के साथ हैं तो आप देश के सभी कानूनों का उल्लंघन करते हैं. याद रखें कि यदि आप किसी की की निजी सीमाओं में घुसने, बिना उनकी अनुमति के उनके शरीर को छूने और उन पर हमला करने को सही मानते हैं, तो अंदर से आप दुष्कर्म और हत्या को सही मानते हैं.कंगना ने कहा कि व्यक्ति को अपनी मनोवैज्ञानिक आपराधिक प्रवृत्तियों को गहराई से समझने की जरूरत है. मेरा सुझाव है कि कृपया योग और ध्यान अपनाएं अन्यथा जीवन एक कड़वा और बोझ भरा अनुभव देगा. कृपया इतना द्वेष, घृणा और ईर्ष्या न रखें, स्वयं को इन सब से आजाद करें.
कंगना को लेकर महिला जवान ने कहा था ये
कंगना को कथित तौर पर थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर का कहना था कि कंंगना ने किसान आंदोलन को लेकर ये कहा था कि ये लोग 100 -100 रुपये में आकर बैठे हैं और उन धरने में मेरी मां भी बैठी थी.