देहरादून: चंद्रबनी चोयला में भूमि के पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। इस दौरान धक्का लगने से गिरकर भूतपूर्व सैन्यकर्मी की मौत हो गई। उनके स्वजन ने आरोपितों पर हत्या का आरोप लगाया है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान दर्ज कर लिए हैं। तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
चंद्रबनी चोयला निवासी कार्तिक ने पुलिस को बताया कि उन्होंने वर्ष 2014 में यहां मकान खरीदा था। इसके बाद वर्ष 2018 में बगल में एक प्लाट भी खरीदा, जिस पर उन्होंने चहारदीवारी कराई। शिकायतकर्ता ने बताया कि कुछ समय पूर्व आरोपित अंशुल चौधरी ने प्लाट को अपना बताते हुए जबरन प्लाट की दीवार तोड़ दी और कब्जा कर लिया।
पटेलनगर कोतवाली में पुर्व में भी दर्ज है मामला
आरोपितों ने प्लाट पर कुछ महिलाओं को भी बैठा दिया। उस समय पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध मारपीट का मुकदमा दर्ज किया। इसी बीच आरोपित अंशुल चौधरी ने सिविल कोर्ट में वाद दायर कर दिया, जो अभी विचाराधीन है। मंगलवार की सुबह आरोपित अंशुल चौधरी 15-20 लोगों के साथ हथियारों से लैस होकर प्लाट में घुसने लगा। उन्हें प्लाट में दाखिल होने से रोका गया तो आरोपितों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। कार्तिक का आरोप है कि धक्का लगने से उनके पिता बीर बहादुर गिर गए। जिस पर उन्हें क्लेमेनटाउन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने बताया कि मृतक बीर बहादुर के स्वजन की ओर से अभी तहरीर नहीं आई है। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों के सिपुर्द कर दिया है। घटना के बाद से सभी आरोपित फरार चल रहे हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
आरोपित के पिता की मृत्यु भी प्लाट में हुई थी
पुलिस के अनुसार, इसी प्लाट में अंशुल चौधरी के पिता की पूर्व में मौत हो चुकी है। गंभीर बीमारी के बावजूद प्लाट पर कब्जा लेने के लिए वह प्लाट में ही रहते थे। सर्दियों के दौरान भी प्लाट में ही सोते रहे, जिसके कारण उनकी तबीयत खराब हो गई। चिकित्सक व पुलिस के समझाने के बावजूद भी वह नहीं माने। जिसके कारण बीमारी के चलते उनकी मृत्यु हो गई।
टिन शेड साथ लेकर आए थे आरोपित
शिकायतकर्ता कार्तिक ने पुलिस को बताया कि आरोपित टिन शेड बाहर से ही तैयार कराके लाए थे। मंगलवार सुबह करीब छह बजे वह प्लाट में दाखिल होने लगे। उनकी योजना थी कि प्लाट में टिन शेड रखकर वहां पर स्थायी रूप से महिलाओं को बैठा दिया जाए। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो आरोपित मारपीट पर उतारू हो गए। उन्होंने सभी के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इसी धक्कामुक्की में बीर बहादुर गिर गए और उनकी मौत हो गई। शाम को आसपास के लोगों ने टिन शेड को तोड़ दिया।
गौरव सेनानी एसोसिएशन ने कड़ी निंदा करी
पूर्व सैनिक की मौत पर गौरव सेनानी एसोसिएशन ने कड़ी नाराजगी जताई है। एसोसिएशन के संस्थापक विक्रम सिंह कंडारी ने कहा कि प्लाट के विवाद को लेकर वह पूर्व में एसएसपी कार्यालय गए थे। पुलिस प्रशासन ने समय रहते इस मामले का संज्ञान नहीं लिया, जिसके चलते मंगलवार को मारपीट में भूतपूर्व सैनिक बीर बहादुर की मृत्यु हो गई।