हरिद्वार।
आपको बतादे की ठेकेदार मंत्री के करीबी होते हुए मानक की गुणवत्ता को तार-तार करते हुए मिट्टी डालकर इंटरलॉकिंग टाइल्स की सड़क का निर्माण कराया जा रहा है अगर ठेकेदार से बात करनी चाहिए तो ठेकेदार ने कहा कि हमारे अलग से है कि हम मिट्टी पर ही टेल लगा सकते हैं और मंत्री के गुमार में आकर ठेकेदार मोटी रकम कमाने के चक्कर मे मानकों को भूल ही गया और ऐसे ठेकेदारों के चक्कर में ही सरकार को लाखों रुपए का चूना लग रहा है और सड़कें बनने से पहले ही टूट जाती हैं।

इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है, ऐसी सड़कों पर गिरकर निरंतर चोटिल होते रहते हैं जिन की सुध बुध लेने को कोई तैयार नहीं है इन लोगों को सिर्फ पैसा चाहिए और कुछ नहीं और ठेकेदार द्वारा जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि हमारे मानक अलग से विभाग ने दिए हैं।
इन्हीं मानकों के अनुसार हम काम कर रहे हैं आप चाहे कहीं भी जाकर कुछ भी शिकायत करें हमारे यही मानक रहेंगे अलग से कोई बदलाव नहीं होगा और कहा कि में कई वर्षों से इन्हीं मानकों के अनुसार काम कर रहा हूं आज तक मुझे किसी ने कुछ नहीं कहा इससे साफ जाहिर होता है कि ठेकेदार कई वर्षों से सरकार को कई करोड़ों का चूना लगा चुके हैं अगर कोई भी ग्रामीण या राहगीर इन समस्याओं को उठाता है तो उसको उल्टा राजनीति के दबाव से दबा दिया जाता है। लेकिन सड़क मानकों के विपरीत बनाई जा रही है।
वही पीडब्ल्यूडी विभाग की अधिकारी सहायक अधिशासी अभियंता चेतना पुरोहित ने बताया कि अलग से किसी को कोई मानक नहीं दिया जाता है और मिट्टी पर कहीं भी इंटरलॉकिंग टाइल्स का निर्माण नहीं किया जाता है नीचे बेस पक्का होना चाहिए उसके ऊपर टेल्स लगेगी टेल्स के ऊपर रेत डाली जाएगी और मानकों के रूप से गुणवत्ता के रूप से बनाई जाएगी अगर कोई ठेकेदार गुणवत्ता से हटके काम करता है तो उसके खिलाफ विभाग द्वारा उचित कार्रवाई करते हुए उस सड़क का बजट रोक दिया जाएगा।
