अजमेर।
पुष्कर रोड स्थित निजी क्षेत्र के मित्तल अस्पताल और रिसर्च सेंटर पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में हृदय, किडनी, पथरी जैसे रोग से ग्रसित मरीजों का नि:शुल्क इलाज हो रहा है।

हृदय रोग से संबंधित मरीजों की एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर, वाल्व आदि लगाने की चिकित्सा नि:शुल्क की जा रही है। कोई भी मरीज सरकार की इस योजना का कार्ड दिखाकर अपना इलाज निशुल्क करवा सकता है।
अस्पताल के निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में गत 1 मई से अब तक 200 से भी ज्यादा मरीजों को सुपर स्पेशलिटी की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। हालांकि सरकार ने सुपरस्पेशलिटी चिकित्सा के लिए न्यूनतम राशि निर्धारित कर रखी है, लेकिन जनहित और सेवा की भावना को देखते हुए पात्र मरीजों को यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
पूर्व में भी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में चार हजार से भी ज्यादा मरीजों का नि:शुल्क इलाज करवाया गया है। निदेशक मित्तल ने बताया कि पाली के विधायक ज्ञान सुराणा अपने क्षेत्र के लोगों के प्रति जागरूक रहते हैं। पाली के मरीजों का इलाज भी उनके अस्पताल में करवाया जाता है।
अस्पताल में अनुभवी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की पूरी टीम है। अस्पताल में आधुनिक मशीनों से सुसज्जित लेबोरेट्री है, जिसमें सभी प्रकार की जांचें रियायती दरों पर की जाती है। आउटडोर तथा आपातकालीन सुविधा भी उपलब्ध है। अस्पताल के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9116049809 पर जनसंपर्क अधिकारी संतोष गुप्ता से ली जा सकती है।
अजमेर के दौराई गांव में कोरोना की वैक्सीन के लिए मस्जिदों से ऐलान। पूर्व सरपंच चंद्रभान गुर्जर और शिया समुदाय के प्रमुख अली हैदर की सकारात्मक भूमिका।
इसे एक सकारात्मक पहल ही कहा जाएगा कि अजमेर के निकटवर्ती दौराई गांव में कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए मस्जिदों से ऐलान किया जाता है। चिकित्सा विभाग जब गांव में कैम्प लगाता है तब दो दिन पहले से ही मस्जिदों से नमाज के वक्त ऐलान होता है।
ऐसा ही एक कैम्प 29 अगस्त को दौराई की बड़ी मस्जिद में लगाया गया। कोई 300 से भी ज्यादा महिला-पुरुषों ने वैक्सीन लगवाई। इनमें मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थी। वैक्सीन कैम्प लगवाने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले पूर्व सरपंच चंद्रभान गुर्जर ने बताया कि दौराई में वैक्सीन लगाने को लेकर कोई हिचक नहीं है। बड़ी मस्जिद के मौलाना जीशान हैदर स्वयं लाउडस्पीकर से ऐलान करते हैं।
गांव में तीन मस्जिदें है और इन तीनों से ही ऐलान होता है। गांव के शिया समुदाय के प्रमुख अली हैदर, सैय्यद अली शामीन जैसे जागरूक लोग भी ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करते हैं। बड़ी मस्जिद में ही मदरसा भी संचालित होता है। इस मदरसे के माध्यम से ही वैक्सीन कैम्प के लिए टेबल कुर्सी आदि की सुविधाएं जुटाई जाती है।
