हरिद्वार।
गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की ओर से अस्थि विसर्जन कराए जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि अकादमी का काम संस्कृत का संरक्षण और संवर्धन करना है।
अस्थि विसर्जन पुरोहित कराते आए हैं और कराते रहेंगे।
ये बात सब लोग जानते हैं। की बरसो से पुरोहित पंडित ही अस्थि विसर्जित कराते आए हैं। तथा वे लोग चाहते हैं की अस्थि वसरजन उनके द्वारा ही किया गया। तकी धर्म और संस्कृति को कोई नुक्सान ना हो। इससे पितृ दोष का भी संकट नहीं होगा और यजमान अपने पुरोहित से अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। गंगा सभा सराय सभी कार्यो के लिए सुविधा उपलब्ध कराती है।