चमोली।
जैसा कि हम सब जानते हैं, आजकल जमाना जितना डिजिटल बनता जा रहा है उतना ही खतरनाक भी, साइबर क्राइम जैसी घटना अब आम हो चुकी है। लोगों को फर्जी कॉल करना इंटरनेट पर उनसे उनकी बैंक की डिटेल लेना और उसके बाद बैंक अकाउंट खाली कर देना। यह साइबर क्राइम वालों के लिए आम बात है। पेंशन धारकों को भी आप फोन कॉल्स करके उन्हें भी अपना शिकार बनाया जा रहा है।

मुख्य कोषधिकारी तंजीम अली ने पेंशन धारकों को सावधान रहने की अपील की है उन्होंने कहां की जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए फर्जी कॉल आ सकते हैं, ऐसे साइबर क्राइम वालों से सावधान रहें।
तंजीम अली ने बताया कि इन दिनों पेंशन धारकों को जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करवाने के लिए फर्जी कॉल आ रहे हैं। फर्जी कॉल करने वालों के पास पेंशन धारकों का पूरा डाटा होता है। जैसे आधार कार्ड नंबर, पीपीओ नंबर, स्थाई पता, ईमेल आईडी, नियुक्ति व सेवानिवृत्ति तिथि, मासिक पेंशन, आदि की जानकारी रहती है।
साइबर अपराधी पेंशन धारकों को कॉल करके उनके डाटा के बारे में जानकारी देते हैं ताकि पेंशन धारकों को यकीन हो जाए कि वह पेंशन निदेशालय से ही बात कर रहे हैं। वह लोग पेंशन धारकों को अपना जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने को कहते हैं और उनके पास ओटीपी भेजते हैं। एक बार जब पेंशन धारक फोन पर आए हुए ओटीपी को साझा करता है। तब इन अपराधियों को पेंशन धारकों के बैंक खाते का डायरेक्ट एक्सेस कंट्रोल मिल जाता है और वे तुरंत पेंशन धारको के खाते में जमा धनराशि को फर्जी बैंक खाते में ट्रांसफर कर देते हैं।
मुख्य कोषधिकारी तंजीम अली ने बताया कि पेंशन निदेशालय किसी को भी उनका जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल नहीं करता और ना ही जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करता है। पेंशन धारक को स्वयं ही पेंशन निदेशालय जाकर अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करना होता है।
उन्होंने पेंशन धारकों को सतर्क करते हुए कहा है कि हमें ऐसे फर्जी कॉल से सावधान रहना चाहिए अगर किसी के भी पास ऐसी कोई कौन आती है तो वह तुरंत साइबर क्राइम सेल को सूचित करें।
