कुरुक्षेत्र।

अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने कहा कि फ्यूचर प्लानिंग के लिए लघु सचिवालय में हरसेक द्वारा जीआईएस लैब स्थापित की गई है। इस लैब द्वारा जिले में हर प्रकार के प्रोजेक्ट, जिनमें सीवरेज, रोड, पाइप लाइन से सम्बन्धित प्लानिंग करने के लिए अलग से सर्वे करवाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इसके माध्यम से ई-गिरदावरी भी की जा सकेगी।

इस लैब में जिले का पूरा भौगोलिक डाटा फीड होगा तथा रोजाना सेटेलाईट से होने वाली मॉनिटरिंग लैब में सेव होती रहेगी। इससे यह भी पता लग सकेगा की जिले में कितनी भूमि पर खेती होती है और कितनी भूमि खाली पड़ी है तथा कितनी भूमि पर मकान, उद्योग व सरकारी कार्यालय बने हुए है। यह लैब लघु सचिवालय में स्थापित की गई है।

एडीसी अखिल पिलानी बुधवार को लघु सचिवालय में जीआईएस लैब का निरीक्षण करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इस दौरान एडीसी ने जीआईएस लैब के स्टाफ को मेहनत के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जीआईएस लैब में कुरुक्षेत्र जिले का पूरा भौगोलिक डाटा होगा। अगर भौगोलिक में कुछ बदलाव होगा या निर्माण होगा तो जीआईएस लैब उसे दिखा देगी। बिजली लाईन व नहरे निकालने से पहले सर्वे हो सकेगा कि किस क्षेत्र में कम खर्च में संबंधित प्रोजेक्ट पुरा हो सकेगा।

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जीआईएस लैब हरसेक का एक सराहनीय कदम है, जिससे जिला, ब्लाक, गांव स्तर पर योजना बनाने में आसानी होगी और इससे समय की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि यह लैब किसी भी प्रोजेक्ट के लिए सर्वे में लैब मिनिमम लागत को प्राथमिकता देगी। उदाहरण के लिए नया रोड़ बनाने से पहले जीआईएस लैब अपने मैपिंग में उस एरिया को चिन्हित करेगी, जिसमें रोड बनाने के लिए कम पेड़ काटने पड़े, कम मकान गिराने पड़े तथा एक पॉइंट से दूसरे प्वाइंट की दूरी जहां कम से कम हो।

जीआईएस लैब से सत्यवान व रविन्द्र कौर ने बताया कि लैब शुरु होने के बाद शिक्षा, कृषि, पुलिस विभाग, बिजली विभाग, टाउन प्लानिंग आदि विभागों का डाटा जीआईएस लैब से जोड़ दिया जाएगा। स्कूल का रिजल्ट, क्राईम ग्राफ, किसी एरिया में क्राइम कम हुआ या ज्यादा स्कूलों का परिणाम पहले से सुधार हुआ या खराब आदि की जानकारी मिल सकेगी।

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उन्होंने कहा कि यह लैब इसरो की इकाई हरसैक द्वारा स्थापित की गई है। इसके बाद किसी भी कार्य के लिए मैन्यूअल सर्वे करवाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। लैब में सम्बन्धित एरिया को सिलेक्ट करके उस एरिया की जानकारी स्क्रीन पर होगी, कितनी आबादी, सरंचना, पुलिस चौंकी, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, यातायात की जानकारी लैब से ही प्राप्त हो सकेगी। इस मौके पर योजना अधिकारी निर्मल कुमार व सहायक योजना अधिकारी ईश्वर शर्मा उपस्थित थे।

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