दिल्ली।
चीन में बिजली संकट से लेकर कोयले के दामों में हुई बढ़ोत्तरी को लोहे की बेतहाशा तेजी के पीछे की वजह करार दी जा रही है। सुबह बाजार खुलते ही टीएमटी सरिये के दाम 1000 रुपये खुले। दोपहर में 500 रुपये बढ़े और एक बजते-बजते 500 रुपये की तेजी और आ गई। तेजी फिर भी नहीं रुकी शाम तक कई ब्रांड के सरिए में 2700 तक की बढ़ोत्तरी हो गई। रात तक भावों में बढ़त जारी रही और तेजी का आंकड़ा 3000 तक पहुंच गया।
विभिन्न ब्रांडों के अनुसार टीएमटी सरिया 58,600 से 59,200 रुपये टन बोला जाने लगा। इंगट में भी 1100 रुपये की तेजी आ चुकी थी।कारोबारी मनोज शर्मा के अनुसार चीन में बिजली कटौती और उत्पादन घटने को तेजी की वजह बताकर सभी कंपनियां तेेजी का माहौल बना रही है।
रायपुर की मिलों ने सरिये के रेट बढ़ाने के साथ कारण बताया है कि छह महीने में कोयले के दाम भी 6 हजार रुपये से बढ़कर 15 हजार रुपये प्रति टन पहुंचे है, इसलिए दाम बढ़ाना जरुरी है। लोहा कारोबारी मोहम्मद पीठावाला के अनुसार तेजी के पीछे चीन में बन रही स्थितियांं जिम्मेदार है।
एक दिन पहले सिंगापुर में भी इस्पात महंगा होने का असर ग्लोबल मार्केट पर पड़ रहा है।स्थानीय आपूर्तिकर्ता भी लोहे के कच्चे माल की मिलों को पर्याप्त सप्लाय नहीं कर पा रहे हैं। हाल ये है कि इस तेजी के बाद भी व्यापार के सौदे रोक दिए गए हैं। आगे से व्यापारी कह रहे हैं कि अभी और भी तेजी आ सकती है ऐसे में मुनाफे के लिए सौदे रोक दिए गए हैं।