सहरसा
मन मे सच्ची लग्न दृढ़संकल्प से आसमान की ऊँचाई पर पहुंचा जा सकता है। चाहे प्रतिकूल परिस्थित हो या आर्थिक संकट सभी बाधाओ को पार कर सफलता प्राप्त करने वाले अंत मे विजेता बन कर समाज के प्रेरणास्रोत बन जाते है।
बेरोजगारो के लिए आइकॉन बन जाते है।कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बालकिशोर कुमार ने जिन्होंने एनटीए द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर एवं जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए आयोजित परीक्षा नेट और जेआरएफ 98.89 परसेंटाइल के साथ क्वालीफाई किया है।मधेपुरा कुमारखंड टिकुलिया निवासी गृहिणी माता त्रिफूल देवी एवं किसान पिता सत्यनारायण मेहता अपने पुत्र की सफलता पर गौरवान्वित है।उन्होने बताया कि बालकिशोर बचपन से ही मेधावी छात्र व मिलनसार रहा है।साथ ही वह अभाव के बीच पलकर कडी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।उन्होने बताया बालकिशोर ने महावीर रानीपट्टी हाई स्कूल टिकुलिया से वर्ष 2011मे 68 प्रतिशत अंक प्राप्त कर मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की।
वही एमएलटी कॉलेज से इंटरमीडिएट परीक्षा विज्ञान विषय के गणित मे 64 प्रतिशत अंक प्राप्त कर वर्ष 2013 मे पास की।वही स्नातक परीक्षा 2017 मे हिन्दी विषय मे 64 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पास किया।जबकि महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा महाराष्ट्र से हिन्दी साहित्य विषय मे 72 प्रतिशत अंक प्राप्त कर वर्ष 2021 मे स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इस नेट परीक्षा मे सफल हुए।
उनके सफलता पर कोशी विभाग प्रचारक संतोष कुमार ने कहा कि सरल, शांत,मृदूल स्वभाव के बालकिशोर बाल्यकाल से संघ के स्वयंसेवक रहे है।वही संघ कार्य करते हुए अपनी पढ़ाई के बल पर नेट परीक्षा मे सफलता प्राप्त कर असिस्टेंट प्रोफेसर बनने पर हर्ष व्यक्त की है। शिक्षक आनंद कुमार झा ने बताया कि बालकिशोर ने कठिन परिश्रम के बल पर यह सफलता हासिल की है।उन्हे कोटि कोटि आशीर्वाद व शुभकामना दी। बालकिशोर की सफलता से जिले मे हर्ष व्याप्त है।
सुभाष चंद्र झा, सहरसा, बिहार
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